भुवनेश्वर: ओडिशा सरकार द्वारा बालासोर ट्रेन दुर्घटना पीड़ितों के परिवारों को दी जा रही 5 लाख रुपये की मुआवजा राशि पाने के लालच में एक महिला ने कथित तौर पर अपने स्वस्थ पति को ‘मृत’ घोषित कर दिया। मामला तब सामने आया जब महिला के पति ने खुद इस संबंध में लिखित शिकायत दर्ज कराई। अब गिरफ्तारी के डर से महिला छिप गई है। कटक जिले के मणिबंध गांव से यह विचित्र घटना सामने आई है। सूत्रों के मुताबिक, गीतांजलि दत्ता और उनके पति बिजय दत्ता पिछले 13 सालों से अलग रह रहे हैं। हालांकि, गीतांजलि ने कथित तौर पर कई मौकों पर बिजय के खिलाफ फर्जी शिकायतें दर्ज कराईं और पुलिस की मदद से उसे परेशान किया।
इस बीच , बिजय को पता चला कि गीतांजलि ने मृतक के परिजनों के लिए राज्य सरकार द्वारा प्रदान की गई मुआवजे की राशि को धोखे से प्राप्त करने के लिए बालासोर गई हुई है। उसने बिजय को ‘मृत’ दिखाने की कोशिश की और प्रशासन से मुआवजा हड़पने की कोशिश की।
हालांकि, अपने दावों का समर्थन करने के लिए आवश्यक दस्तावेज प्रस्तुत करने में विफल रहने के कारण उसे खाली हाथ लौटना पड़ा। उसकी धोखाधड़ी की रणनीति के बारे में जानने के बाद बिजय ने अपनी पत्नी के खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने गीतांजलि के खिलाफ कानून के मुताबिक कड़ी कार्रवाई की मांग की है। रिपोर्टों से पता चलता है कि कई लोगों ने मुआवजे का दावा करने के लिए व्यर्थ और कपटपूर्ण प्रयास किए हैं, जिससे ओडिशा सरकार को सतर्क होना पड़ा।
मुआवजे के फर्जी दावेदारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई
मुख्य सचिव प्रदीप कुमार जेना ने रेलवे और ओडिशा पुलिस से ऐसे फर्जी दावेदारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने को कहा है। जेना ने ओडिशा के डीजीपी, भुवनेश्वर नगर निगम और रेल मंत्रालय को टैग करते हुए ट्वीट किया कि इस संबंध में सभी को बहुत सावधान रहना चाहिए और ऐसे मामलों में त्वरित और कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।
ओडिशा हादसे में मृतकों को 5 लाख की अनुग्रह राशि
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने मृतकों के परिजनों के लिए 5 लाख रुपये की अनुग्रह राशि की घोषणा की है, जबकि पीएम मोदी ने 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। उधर, रेल मंत्रालय ने ट्रेन हादसे में मरने वालों के परिजनों को 10 लाख रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया है।