धोलपुर: कहते हैं मेहनत करने वालों की कभी हार नहीं होती। अगर इंसान लगातार कोशिश करता रहे, तो उसे एक ना दिन मंजिल मिलती ही है। हां मंजिल मिलने में देरी जरूर लग सकती है लेकिन निराशा हाथ नहीं लग सकती।
तपती धूप में कर रहा था मजदूरी
ये कहानी है रेखाराम मेघवाल की, जिनकी जिंदगी रीट लेवल-2 परीक्षा परिणाम आने के बाद बदल गई। जब परीक्षा का परिणाम आया तो रेखाराम तपती धूप में सीमेंट का ट्रक खाली कर रहे थे।
"आख़िर मेहनत कभी बेकार नहीं होती,
कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती।"परिस्थितियां कितनी भी विकट क्यों न हो लेकिन हमें उम्मीद नहीं छोडनी चाहिए| जब रीट लेवल-2 गणित विज्ञान का परिणाम आया और रेखाराम मेघवाल का चयन हुआ तब वह तपती धूप में सीमेंट का ट्रक खाली कर रहा थे pic.twitter.com/Es9pX8Dl1K
— Dholpur Police (@DholpurPolice) June 9, 2023
रीट परीक्षा परिणाम में हुआ पास
सोशल मीडिया पर रेखाराम की एक तस्वीर भी खूब वायरल हो रही है, जो धोलपुर पुलिस ने अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर की है। रेखाराम मेघवाल राजस्थान के बायतू के मातासर गांव का निवासी है। लंबे समय से रेखाराम टीचर बनने की तैयारी कर रहा था। उसने काफी संघर्ष किए। फिर एक दिन जब वो तपती धूप में सीमेंट का ट्रक खाली कर रहा था, तो खबर मिली की वो शिक्षक के पद पर भर्ती हो गया है। ये खबर सुनकर रेखाराम की खुशी का ठिकाना नहीं रहा।
रेखाराम के बुलंद हौसले
युवाओं को रेखाराम से जरूर ये सीखना चाहिए कि अगर सपने बुलंद हों तो चयन के लिए कमजोर स्थिति, अच्छी लाइब्रेरी, सुविधाओं का अभाव और कोचिंग का अभाव जैसे कारणों को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता। तब इंसान सिर्फ और सिर्फ मेहनत ही करता है। लोग अकसर अपने सपनों को ना पा सकने के बाद तरह-तरह के एक्सक्यूज देने लगते हैं। लेकिन रेखाराम तमाम युवाओं के लिए एक प्रेरणा हैं।
ट्विटर पर वायरल हुआ पोस्ट
विक्की गौतम नाम के शख्स ने ट्विटर पर लिखा कि जिस तरह भोजन का आनंद भूखे को आता है, पानी पीने का आनंद प्यासे को आता है, नींद का आनंद थके हुए को आता है, उसी तरह नौकरी प्राप्ति का असली आनंद भी विपरीत परिस्थितियों में मेहनत करने वाले को ही आता है। और जब परीक्षाओं के पेपर लीक होते हैं तो ऐसे ही मेहनतकश युवाओं के अरमानों पर वज्रपात टूटता है।