दिल्ली के रामलीला मैदान में ‘आप’ की महारैली, गरजे केजरीवाल, कहा -हमारे पास 100 सिसोदिया हैं, सुनाई चौथी पास राजा की कहानी, पढ़ें…और देखें VIDEO

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दिल्ली: रामलीला मैदन में आज आम आदमी पार्टी की महारैली को संबोधित करते हुए सीएम अरविंद  केजरीवाल पीएम मोदी और केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर निशाना साधा। केजरीवाल ने कहा कि देश की जनता के अधिकारों को छीनने वाले केंद्र सरकार के तानाशाही अध्यादेश के ख़िलाफ़ कल दिल्ली के लोग रामलीला मैदान में एकजुट हुए हैं। संविधान और लोकतंत्र को बचाने के लिए इस रैली का आयोजन किया गया है। अब इस देश  में तानाशाही नहीं चलेगी।

हमारे पास 100 मनीष सिसोदिया हैं

केजरीवाल ने कहा, 12 साल पहले इसी मैदान पर हम लोग भ्रष्टाचार के खिलाफ इकठ्ठा हुए थे और आज उसी मैदान पर 12 साल बाद एक बार फिर एक अहंकारी तानाशाह को हटाने के लिए इकठ्ठा हुए हैं। इन लोगों ने हमारे नेताओं को जेल में डाल दिया लेकिन ये नहीं जानते कि हम कट्टर इमानदार हैं, हमारे पास एक नहीं 100 मनीष सिसोदिया हैं। आप एक मनीष सिसोदिया को जेल में डाल सकते।  केजरीवाल ने कहा कि केंद्र की इस रकार ने दिल्ली की जनता के अधिकारों को छीनने के लिए सुप्रीम कोर्ट के फैसले को खारिज कर दिया। प्रधानमंत्री जी ने कह दिया है कि मैं सुप्रीम कोर्ट के फैसले को नहीं मानता, मैं दिल्ली की जनता के वोट का सम्मान नहीं करता।

आप की रैली में पहुंचे कपिल सिब्बल

केजरीवाल की रैली में  कपिल सिब्बल भी पहुंचे। केजरीवाल ने रैली में आने के लिए कपिल सिब्बल को शुक्रिया कहा। केजरीवाल ने कहा कि बीजेपी वाले मुझे रोज गालियां देते हैं और मेरा अपमान करते हैं लेकिन मुझे अपने अपमान की परवाह नहीं है। मैं दिल्ली की जनता के लिए लड़ रहा हूं। मैं सुप्रीम कोर्ट के फैसले का पालन हर हाल में कराकर रहूंगा। उन्होंने कहा, “दिल्ली में जो अध्यादेश लाया गया था, वो अन्य राज्यों में भी लाया जा रहा है, इसकी जानकारी मुझे मिली है…”:140 करोड़ लोग इस अध्यादेश का विरोध करेंगे।

 कपिल सिब्बल-अब समय आ गया है, लोगों को बताने का

केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ पार्टी की रैली में राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल भी शामिल हुए। आम आदमी पार्टी में शामिल हुए सिब्बल ने कहा”आने वाले दिनों में मेरा उद्देश्य अलग-अलग जगहों पर जाना और लोगों को बताना होगा कि समय आ गया है, हमें एकजुट होकर पीएम मोदी के खिलाफ लड़ने की जरूरत है …”:

केजरीवाल ने सुनाई चौथी पास राजा की कहानी

इस दौरान अरविंद केजरीवाल ने एक कहानी भी सुनाई. उन्होंने कहा, “एक महान देश था. उस देश के गरीब घर में बच्चा पैदा हुआ. गांव में ज्योतिषी आते हैं. ज्योतिषी बच्चे का भविष्य बताते हैं. उसने कुंडली देखकर कहा कि माई तेरा बेटा बड़ा होकर बड़ा सम्राट बनेगा. माई को समझ नहीं आया. मैं गरीब हूं तो बच्चा सम्राट कैसे बनेगा. बच्चा बड़ा हुआ, सरकारी स्कूल में एडमिशन करा दिया. पढ़ने लिखने में मन नहीं लगता था. चौथी में आकर नाम कटवा लिया. बगल में रेलवे स्टेशन था, घर में गरीबी थी. वो बच्चा वहां जाकर चाय बेचने लगा. चाय बेचकर गुजारा करता था. बचपन में अच्छा भाषण देता था. धीरे-धीरे आस-पास के गांवों में फैल गया कि भाषण अच्छा देता है. जो भी टॉपिक हो, सभी पर भाषण देता रहता था. बढ़ा होकर देश का सम्राट बन गया. अफसर आते और सम्राट से साइन करा लेते. उसे तो पढ़ना आता नहीं था, लेकिन उसे लगता था कि अगर मैं अफसरों से पूछूंगा तो मेरी कमजोरी सामने आ जाएगी. धीरे-धीरे देश के अंदर फैल गया राजा अनपढ़ है. उसे बुरा लगने लगा तो राजा ने फर्जी डिग्री का जुगाड़ कर लिया. एमए की डिग्री का. वह धीरे-धीरे अहंकारी होता गया. एक बार कुछ लोग गए, राजा को बोले नोटबंदी कर दो भ्रष्टाचार और आतंकवाद खत्म हो जाएगा. रात में आठ बजे टीवी पर आकर उसने नोटबंदी कर दी. पूरे देश को बेड़ा गर्क कर दिया. कोई आकर बोला कि 2000 का नोट लेकर आ जाओ फिर कोई आया तो बोल दिया कि नोट बंद कर दो, उसने नोट बंद कर दिया. उसे अक्ल नहीं थी तो कभी नोट बंद करता कभी चालू. किसी के कहने पर किसानों का कानून बना दिया. पूरे देश के किसान सड़कों पर उतर आए. 750 किसान मर गए आंदोलन में. एक साल बाद राजा को कानून वापस लेने पड़े. महामारी फैल गई तो चम्मच थाली बजवा दी, लेकिन उसे समझ नहीं आया कि दवाई, इंजेक्शन की जरूरत पड़ेगी. राजा अपने दोस्तों का ख्याल रखता था. एक दोस्त ने 12 हजार करोड़ रुपये चोरी कर लिए तो उसे राजा ने देश से भगा दिया. एक दोस्त ने 20 हजार करोड़ चोरी किए तो उसे भी भगा दिया. एक करीबी दोस्त पर राजा मेहरमान था. उसे खदान, जमीन सब बेच दिए.

राजा ने दोस्ती नहीं छोड़ी. मजाल कोई दोस्त पर काम पर आ जाए. एक दोस्त ने किसानों को कुचल दिया, लेकिन दोस्ती नहीं छोड़ी. राजा दोस्तबाज था. एक पत्रकार ने कार्टून बना दिया, उसे उठाकर जेल में डाल दिया. एक पत्रकार ने कुछ लिख दिया, उसे पकड़कर जेल में डाल दिया. कोई जज राजा के खिलाफ ऑर्डर कर दिया तो उसे भी नहीं छोड़ता. देवता सबकुछ देख रहे थे. देवताओं ने मीटिंग की. शिव जी के पास पहुंच गए देवता. जनता परेशान हो रही है. शिवजी ने नेत्र खोल दिए. पृथ्वी के ऊपर उज्जैन के मंदिर में सप्तऋषि की मूर्ति टूट गई. रेल हादसा हो गया. आकाशवाणी हुई- महान देश के लोगों उठो, खड़े हो जाओ, इस अहंकारी राजा के खिलाफ आवाज उठाओ. एक साल के अंदर जनता ने राजा का राजपाठ उठाकर फेंक दिया. ये कहानी पवित्र कहानी है. इसको सुवने-सुनाने से परिवार, समाज और देश का भला होता है.

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