देहरादून: उत्तराखंड सरकार ने राज्य स्थापना दिवस (Uttarakhand foundation day 2022) के मौके पर उत्तराखंड गौरव सम्मान पुरस्कार का वितरण किया गया है. सरकार ने चार अलग-अलग क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान देने के लिए 9 विभूतियों को पुरस्कार दिया है. इनमें भारत के वर्तमान राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, भारतीय फिल्म सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष प्रसून जोशी, प्रथम चीफ ऑफ डिफेंस स्वर्गीय जनरल बिपिन रावत, जनकवि और लेखक स्वर्गीय गिरीश चन्द्र तिवारी (गिर्दा), साहित्य और पत्रकारिता के क्षेत्र में काम करने वाले स्वर्गीय वीरेन डंगवाल का नाम शामिल है. इस बार तीन विभूतियों को मरणोपरांत यह पुरस्कार दिया जा रहा है. ये पुरस्कार देहरादून पुलिस लाइन में आयोजित कार्यक्रम में दिया गया.
उत्तराखंड गौरव सम्मान: संगीतकार प्रसून जोशी, लोक गायक नरेंद्र सिंह नेगी, एनएसए अजीत डोभाल, बछेंद्री पाल, रस्किन बॉन्ड, पर्यावरणविद अनिल जोशी को इस बार उत्तराखंड गौरव सम्मान (Uttarakhand Gaurav Samman) दिया गया. जनरल विपिन रावत को भी मरणोपरांत उत्तराखंड गौरव सम्मान 2022 दिया गया है. पूर्व सीडीएस जनरल विपिन रावत के भाई कमल रावत ने उनका पुरस्कार लिया. उत्तराखंड के पूर्व रंगकर्मी और लोक गायक स्वर्गीय गिरीश चंद्र तिवारी उर्फ गिर्दा को भी उत्तराखंड गौरव सम्मान दिया गया. उनकी पत्नी हेमलता तिवारी ने पुरस्कार ग्रहण किया. साहित्यकार स्वर्गीय वीरेन डंगवाल को भी उत्तराखंड गौरव सम्मान दिया गया. उनकी पत्नी ने पुरस्कार ग्रहण किया. उत्तराखंड के सबसे उत्कृष्ट थाने के लिए नैनीताल जनपद के चोरगलिया थाने का चयन किया गया. जिसके लिए चोरगलिया थाने को पुरस्कृत किया गया.
- राज्यपाल ने इन पुलिस अधिकारियों को भी किया पदक से अलंकृत-करन सिंह नगन्याल, डीआईजी गढ़वाल रेंज.
- दिलीप सिंह कुंवर एसएसपी देहरादून.
- सुखबीर सिंह, सेनानायक पीएसी.
- मुकेश कुमार, एसपी.
- धीरेंद्र गुंज्याल, एसपी विसिलेंस.
- दिनेश चंद्र जोशी, एसपी दूरसंचार पीएचक्यू.
- दया किशन, एफएसओ.
- कुंवर सिंह, लीडिंग फायरमैन.
- पीवीके प्रसाद, एडीजी.
- ददनपाल, 40वीं बटालियन पीएसी.
आज उत्तराखंड स्थापना दिवस पर राजधानी देहरादून में अनेक कार्यक्रम हुए. बुधवार सुबह स्थापना दिवस पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सबसे पहले कचहरी स्थित शहीद स्मारक स्थल पहुंचे. यहां उन्होंने शहीदों को नमन किया. इसके बाद सीएम धामी देहरादून पुलिस लाइन पहुंचकर रैतिक परेड में शामिल हुए. वहीं राज्यपाल ले. जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) ने रैतिक परेड की सलामी ली.