कानपुर: चंडीगढ़ में दूसरे पति की हत्या करके बेटी के साथ भाग रही महिला को जीआरपी ने सोमवार दोपहर जलियावाला बाग एक्सप्रेस (12380) की जनरल बोगी से पकड़ लिया। बिहार निवासी महिला को चंडीगढ़ पुलिस अपने साथ ले गई। मूलरूप से कोल बुजुर्ग, अमरपुर, कौशलपुर, अमरपुर बाका, बिहार निवासी रूबी की शादी मंटूराम के साथ 16 साल पहले हुई थी। इससे एक बेटी पैदा हुई। आठ साल पहले मंटूराम रोजी के लिए साउथ सेक्टर, 34 चंडीगढ़ चले आए थे। वहीं पर मंटूराम की पत्नी रूबी ने पड़ोसी आशीष से शादी कर ली थी। बाद में मंटूराम अपने गांव लौट आए थे, जबकि उनकी बेटी (14) और पत्नी रूबी आशीष के पास रहने लगे थे।
जीआरपी प्रभारी आरके द्विवेदी ने बताया कि चंडीगढ़ सेक्टर 34 के थाना प्रभारी बलदेव ने सूचना दी कि रूबी अपने पति आशीष की हत्या करके ट्रेन से भाग रही है। बताए हुलिया के हिसाब से जीआरपी ने प्लेटफार्म नंबर छह पर ट्रेन के आते ही रूबी और उसकी बेटी को पकड़ लिया। सोमवार देर शाम चंडीगढ़ पुलिस कानपुर आकर उसे अपने साथ ले गई।
बेटी पर बुरी नजर रखता था पति
पुलिस पूछताछ में हत्यारोपी रूबी ने कबूला कि दूसरा पति आशीष उसे प्रताड़ित करने के साथ ही शराब पीकर बेटी पर बुरी नजर रखता था। रूबी के अनुसार पिछले सप्ताह इस बात को लेकर लड़ाई हुई थी। मारपीट में आशीष गिर गए तो सोचा कि रोज-रोज के बवाल का अंत कर दिया जाए। उसने ईंट मारकर आशीष की हत्या की और लाश को किचन में छिपाकर अपने पहले पति के गांव भागने के लिए जलियावाला बाग एक्सप्रेस के जनरल कोच में सवार हुई थी। उसने जालंधर स्टेशन से ट्रेन पकड़ी थी।
ऐसे पति को कैसे जिंदा छोड़ देती
जब चंडीगढ़ पुलिस उसे जब ले जा रही थी तो गेट पर खड़े इंस्पेक्टर आरके द्विवेदी और दरोगा अब्बास हैदर की ओर मुखातिब रूबी बोली कि साहब आप ही न्याय करो कि ऐसे पति को कैसे जिंदा छोड़ देती जो बेटी पर ही बुरी नियत रखता था।