देहरादून: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि समान नागरिक संहिता (यूसीसी) पर वोट बैंक की राजनीति के कारण एक हौवा खड़ा किया जा रहा है। सरकार यदि संविधान से हटकर कार्य करती या इसका उल्लंघन करती तो कहा जा सकता था कि यह गलत है। संविधान को बाबा साहेब आंबेडकर समेत अन्य दिग्गजों ने बनाया है। समान नागरिक संहिता पर सरकार का यह एक ईमानदार कदम है। राजनीति सरकार बनाने के लिए नहीं, बल्कि देश और समाज निर्माण के लिए की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि रक्षा के क्षेत्र में आज भारत आत्मनिर्भर बन रहा है। पहले भारत रक्षा उत्पादों का आयात करता था। आज भारत इनका निर्यात कर रहा है। भविष्य में भारत पूरे विश्व को रक्षा उत्पादों का निर्यात करेगा। रक्षा मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री एक संस्था है, जिसका अनादर नहीं किया जा सकता। प्रधानमंत्री किसी एक पार्टी का नहीं होता। वह पूरे देश का प्रधानमंत्री होता है।
केंद्र सरकार की बीते नौ वर्ष के कार्यकाल की उपलब्धियां गिनाईं
सोमवार को देहरादून में भाजपा के प्रबुद्ध सम्मेलन में पहुंचे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने केंद्र सरकार की बीते नौ वर्ष के कार्यकाल की उपलब्धियां गिनाईं, तो भविष्य की योजनाओं का खाका भी खींचा। उन्होंने कहा कि समान नागरिक संहिता पर रिपोर्ट को लेकर एक हौवा बनाया जा रहा है। उन्होंने उत्तराखंड में यूसीसी की पहल पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सराहना की।
उन्होंने कहा कि हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई के नाम पर देश को बांटा नहीं जा सकता। सभी भारत माता के सपूत हैं। इसमें सरकार को मुस्लिम समुदाय का भी सहयोग मिल रहा है। कभी-कभी विदेशी ताकतें भी आगे बढ़ते देश को कमजोर करने को इस प्रकार की नापाक हरकतें करती हैं और करवाती हैं। सरकार देश में सामाजिक समरसता चाहती है।
उन्होंने कहा कि भारत ऐसा देश है, जो पूरे विश्व को अपना परिवार मानता है। भारत ऐसा देश है जहां इस्लाम के 72 फिरके हैं। जो देश विश्व को एक परिवार मानता हो, वहां द्वेष पैदा करने का प्रयास हो रहा है। रक्षा मंत्री ने कहा कि पहले भारत रक्षा उपकरणों का सबसे बड़ा आयातक था। आज भारत 25 देशों को रक्षा उपकरण निर्यात कर रहा है। रक्षा के क्षेत्र में भारत आज पूरी तरह आत्मनिर्भर बन रहा है।
कार्यक्रम में उन्होंने उत्तराखंड से अपने लगाव का भी उल्लेख किया। इससे पहले एक अन्य कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि भारत की तरफ कोई आंख उठाकर नहीं देख सकता। देश आज हर हरकत का जवाब देने में सक्षम है। प्रबुद्ध सम्मेलन में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट, पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, सांसद माला राज्यलक्ष्मी शाह व नरेश बंसल समेत अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
भ्रष्टाचार पर रोक को व्यवस्था में बदलाव लाना जरूरी
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भाषण देकर भ्रष्टाचार समाप्त नहीं किया जा सकता। व्यवस्था में बदलाव लाकर भ्रष्टाचार पर रोक लगाई जा सकती है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड विकास की दिशा में लगातार आगे बढ़ रहा है। इसका श्रेय यहां के डायनेमिक और सक्रिय मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को जाता है।
रक्षा मंत्री ने कहा कि आज डिजिटल लेन-देन से व्यवस्था पारदर्शी हुई है। सरकार की योजनाओं के लाभार्थियों को अब पूरा पैसा उनके खाते में मिल रहा है। इससे भ्रष्टाचार पर भी अंकुश लगा है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आज पूरे विश्व में भारत का मान सम्मान बढ़ा है। अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की बातों को गंभीरता से सुना जा रहा है। विश्वपटल पर भारत के बारे में जो धारणा अब बनी है, वह अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री में कार्य करने की अद्भुत क्षमता है। विदेशी विशेषज्ञ भी इस बात को मानते हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2027 तक भारत विश्व की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है। रक्षा मंत्री ने इस दौरान उत्तराखंड से अपने लगाव को भी प्रदर्शित किया।
उन्होंने कहा कि यहां केंद्र के सहयोग से राज्य के समग्र विकास की महत्वकांक्षी परियोजनाएं चल रही हैं। छोटा राज्य होने के बावजूद उत्तराखंड केंद्र की नजरों में शीर्ष राज्यों में शामिल है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रबुद्धजन सम्मेलन का उद्देश्य जनता तक सरकार और संगठन की बात पहुंचना है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के कुशल नेतृत्व में उत्तराखंड एक शक्तिशाली और सुरक्षित राष्ट्र बन चुका है।
सेना को आधुनिक व आत्मनिर्भर बनाने के लिए अभूतपूर्व कार्य किए जा रहे हैं। संपूर्ण विश्व आज भारत के सामथ्र्य व शक्ति से परिचित हुआ है, जिसका परिणाम है कि कोई भी दुश्मन भारत को आंख दिखाने की हिम्मत नहीं कर सकता। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में नौ वर्षों में देश तेजी से प्रगति कर रहा है। आज देश का सांस्कृतिक वैभव वापस लौटा है।
डबल इंजन के दम पर विकास कार्यों को गति मिली है। प्रदेश सरकार ने महिलाओं के लिए क्षैतिज आरक्षण की व्यवस्था को लागू करने, अंत्योदय परिवारों को तीन सिलिंडर देने, समान नागरिक संहिता का मसौदा तैयार करने, लैंड जिहाद व लव जिहाद को रोकने, नकलरोधी कानून बनाने, आंदोलनकारियों को आरक्षण देने जैसे कई अहम कदम उठाए हैं।
प्रदेश के आधारभूत ढांचे को मजबूत करने और राज्य को आत्मनिर्भर बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं। कार्यक्रम को प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट, पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, हिमालयन यूनिवर्सिटी के विजय धस्माना, पदमश्री बसंती बिष्ट व मेजर जनरल आनंद सिंह रावत (सेनि) ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन महानगर अध्यक्ष सिद्धार्थ अग्रवाल ने किया।