बरेली: उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक महिला प्रशासनिक अधिकारी ने अपने चपरासी पति से अपनी जान को खतरा बताया है। वहीं दूसरी ओर सफाई कर्मचारी के रूप में काम करने वाली पति ने अपनी पत्नी की चैट शेयर करते हुए आरोप लगाया है कि उसकी पत्नी के संबंध गाजियाबाद में होमगार्ड के कमांडेंट से हैं और दोनों मिलकर मेरी हत्या की साजिश रच रहे हैं। सफाई कर्मचारी की पत्नी बरेली में पीसीएस अधिकारी के रूप में तैनात है। इस पूरे विवाद के बाद देश के DG होमगार्ड बीके मौर्या ने जांच के आदेश दे दिए है।
2010 में हुई थी दोनों की शादी
प्रयागराज स्थित युवक जो सफाई कर्मचारी के रूप में सरकारी नौकरी कर रहा था, उसका रिश्ता एक ऐसी लड़की से होता है, जो प्रशासनिक परीक्षा की तैयारी कर रही थी। दोनों इस शादी से भी काफी समय तक खुश थे। साल 2015 में युवती का का चयन PCS में हो जाता है और वह प्रशासनिक अधिकारी बन जाती है। इसके बाद जो परिदृश्य बदला, वह प्रदेश के 4 जिलों में चर्चा का केंद्र है। अब बरेली में तैनात PCS महिला अधिकारी का आरोप है कि शादी के समय पति ने खुद को ग्राम पंचायत अधिकारी बताया था लेकिन वह सफाईकर्मी हैं।
#Bareilly में तैनात पीसीएस अधिकारी ज्योति मौर्या पर गंभीर आरोप
ज्योति के पति का आरोप उसकी हत्या की साजिश रच रही पीसीएस
अपने लवर के खातिर पति को रास्ते से हटाना चाहती है ज्योति -पीड़ित
लवर कमांडेंट मनीष दुबे के साथ होटल की डिटेल व चैट पीड़ित के पास मौजूद
मैं एक छोटा कर्मचारी… pic.twitter.com/1awyKoiapM
— News1Indiatweet (@News1IndiaTweet) June 19, 2023
पति का आरोप, एक अफसर से है सबंध
प्रयागराज निवासी पति ने आरोप लगाया है कि पत्नी के गाजियाबाद के एक अफसर से घनिष्ठता है और मुझे रास्ते से हटाने के लिए हत्या करा सकते हैं। आरोप-प्रत्यारोप लखनऊ तक पहुंचने पर शासन से जांच शुरू हो चुकी है। शादी के 10 साल बाद अलगाव के रास्ते पर चल पड़ा ये रिश्ता अब खत्म होने के कगार पर हैं। महिला अधिकारी का कहना है कि धोखे की बुनियाद पर कोई रिश्ता नहीं बनना चाहिए। शादी के 8 वर्ष बाद मुझे सच पता चला कि पति सफाईकर्मी हैं। परिवार बचाने और बच्चों के भविष्य की खातिर समझौता कर लिया, मगर मानसिक प्रताड़ना कब तक बर्दाश्त कर पाती? मेरी वाट्सएप चैट हैक की जातीं, ब्लैकमेल किया जाता था। ऐसे माहौल में साथ रहना संभव नहीं, इसलिए अप्रैल में तलाक की अर्जी लगा दी। महिला अधिकारी का आरोप है कि पति मेरे निजी वीडियो में छेड़छाड़ कर बदनाम करने की धमकी देते हैं। तलाक के बदले प्रयागराज स्थित मकान और 50 लाख रुपए की मांग कर रहे हैं। साथ ही मेरे झूठे पत्र व वाट्सएप चैट सोशल मीडिया पर वायरल करना शुरू कर दिए। गाजियाबाद के एक अफसर के संबंध पर महिला अधिकारी ने कहा कि कई आरोप झूठे लगे हैं, जांच में सब पता चल जाएगा।
पति ने कही भावुक कर देने वाली बात
इधर महिला अधिकारी के सफाई कर्मचारी ने कहा कि रिश्तेदार होने के कारण मामा ने मध्यस्थता कर उनका सबंधं तय कराया था। शादी के समय मेरी पत्नी BA की पढ़ाई कर रही थीं। पत्नी की इच्छा के मुताबिक मैंने प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए कोचिंग कराई और काफी पैसा भी खर्च किया। अधिकारी बनने के बाद उनके व्यवहार में बदलाव होने लगा।
पति ने किया पत्नी का भ्रष्टाचार उजागर !
रेली की प्रांतीय सिविल सेवा अधिकारी ज्योति मौर्य इस समय भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर सुर्खियों में हैं। इस संबंध में फिलहाल आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। इस बीच 100 पन्नों की एक डायरी सामने आई है। ज्योति मौर्य हर महीने की गई वसूली का सारा लेखा-जोखा इस डायरी में देती थी। डायरी के मुताबिक, ज्योति अवैध रूप से हर महीने 6 लाख रुपये की वसूली कर रही थी। ज्योति के आरोपों में किस हद तक सच्चाई है यह जांच के बाद ही साफ हो पाएगा। ज्योति के पति आलोक मौर्य ने इस संबंध में होमगार्ड मुख्यालय में शिकायत दर्ज कराई है। उनकी शिकायत के बाद होमगार्ड के डीजी वीके मौर्य ने प्रयागराज के डिप्टी कमांडेंट जनरल संतोष कुमार को जांच सौंपी। उन्होंने अपने पति आलोक का बयान दर्ज कराया है।
अब बरेली चीनी मिलों के प्रबंध निदेशक के पद पर तैनात महिला अधिकारियों से पूछताछ की जाएगी। हर पन्नों पर लिखा है शुभ लाभ प्रयागराज के पंचायती राज विभाग में तैनात आलोक कुमार मौर्य की डायरी के हर पन्ने के ऊपर और नीचे स्वास्तिक का प्रतीक चिह्न है। इस पर शुभ -लाभ भी लिखा है। इसके बाद हर पेज पर इस बात का जिक्र होता है कि किससे कितने पैसे मिले।
आलोक का दावा है कि हस्ताक्षर ज्योति के हैं। अक्टूबर 2021 में कमाए 6 लाख 4 हजार ज्योति मौर्य 2019 से 2021 तक कौशांबी की चायल तहसील में तैनात थीं। इस बीच डायरी में भ्रष्टाचार से मिले पैसों का लेखा-जोखा लिखा है। अकेले अक्टूबर 2021 की बात करें तो ज्योति ने महज एक महीने में अवैध तरीके से 6.04 लाख रुपये कमाए थे। इसमें यह भी उल्लेख किया गया है कि सप्लाय इन्स्पेक्टर को 15,000 रुपये प्रति माह और मार्केटिंग इन्स्पेक्टर को 16,000 रुपये दिए जा रहे हैं।