देहरादूनः उत्तराखंड कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनीष खंडूड़ी अपने आठ दिवसीय गढ़वाल भ्रमण से वापस लौट चुके हैं. मनीष ने वापस लौटते ही सरकार को आड़े हाथों लेना शुरू कर दिया है. रविवार को मनीष खंडूड़ी ने देहरादून कांग्रेस मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए केदारनाथ मंदिर में सोने की परत को लेकर सरकार की कार्यशैली पर कई सवाल खड़े किए. उन्होंने पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज की ओर से केदारनाथ मंदिर गर्भगृह में लगाए गए सोने के विवाद को लेकर गठित जांच समिति पर सवाल खड़े करते हुए मामले की जांच सिटिंग जज की अध्यक्षता में कराने की मांग उठाई. मनीष ने कहा कि सरकार ने चोरी छिपाने के लिए जांच समिति बनाई है.
कांग्रेस नेता ने कहा कि सरकार को पारदर्शिता दिखाते हुए यह बताना चाहिए कि केदारनाथ में क्या हुआ है? क्योंकि यह पूरे देश का मुद्दा है. उन्होंने पूर्व में प्रकाशित अखबारों की कटिंग के जरिए आरोप लगाए कि जब 230 किलो सोना बताकर पूर्व में गुमराह किया गया था, उस वक्त किसी भाजपा नेता ने इसका खंड़न तक नहीं किया और जमकर वाहवाही लूटी, लेकिन अब यह कहा जा रहा है कि गर्भगृह में 23 किलो सोना चढ़ाया गया था. खंडूड़ी ने कहा कि 230 किलो सोना 23 किलो में बदल गया, यह बात समझ से परे है. उन्होंने इसे इनकम टैक्स चोरी का मामला बताते हुए पूछा कि जिस दानदाता ने सोना केदारनाथ मंदिर को दान किया है, उस दानदाता को रिबेट के रूप में कितना पैसा मिला है?
जुडिशल कमिशन से जांच की मांग
मनीष खंडूड़ी ने मांग उठाते हुए कहा कि सरकार को केदारनाथ मंदिर गर्भगृह में सोने की परत विवाद की जांच हाई लेवल कमीशन की बजाय जुडिशल कमिशन से करानी चाहिए. उन्होंने कहा कि अपने गढ़वाल भ्रमण के दौरान उन्होंने पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज की विधानसभा चौबट्टाखाल का भी दौरा किया. कांग्रेस नेता ने कहा, चौबट्टाखाल में विकास कार्य अवरुद्ध पड़े हुए हैं. वहां की जनता सड़क, पानी पलायन जैसी समस्याओं से जूझ रही है. उन्होंने पर्यटन मंत्री से शीघ्र ही इन समस्याओं का निदान किए जाने का आग्रह किया है.