आगरा: ताजनगरी में सोशल मीडिया पर फतेहपुर सीकरी सांसद व भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजकुमार चाहर और एक इंस्पेक्टर की झड़प का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. यह वीडियो कागारौल कस्बा का है, जहां पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की जनसभा थी. जनसभा स्थल के पास ही सांसद राजकुमार चाहर और सिकंदरा थाना में तैनात इंस्पेक्टर उत्तम चंद पटेल के बीच तीखी नोकझोंक हुई. पहले इंस्पेक्टर ने सांसद के हाथ जोड़े, जब सांसद भी कुछ कहने लगे तो इंस्पेक्टर ने सांसद पर झल्लाकर कहा कि ‘आप जैसे लोग हमसे बदतमीजी करें, क्या इसलिए हम यहां खड़े हैं’. दोनों के बीच हुई तकरार का 50 सेकंड का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
#Agra पीछे हट जा, कौन सी पार्टी का कार्यकर्ता है तू खड़ा रह-खड़ा रह, कराऊंगा तेरा इलाज, ये शब्द हैं #BJP सांसद राजकुमार चाहर के जो #UPPolice के एक दरोगा को गली के टपोरी की तरह तू-तड़ाक की भाषा में हड़का रहे हैं#viralvideo #RajkumarChahr pic.twitter.com/02lQWzXQ0Q
— Ankit Shukla (@ankit_shuklaa) June 25, 2023
बता दें कि, फतेहपुरसीकरी लोकसभा क्षेत्र के कागारौल में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की जनसभा हुई. जनसभा स्थल से कुछ दूरी पर पुलिस अधिकारियों की विशेष ड्यूटी लगाई गई थी. इसमें सिकंदरा थाना में तैनात इंस्पेक्टर उत्तम चंद पटेल की वीआईपी ड्यूटी थी, जहां से भाजपा कार्यकर्ता अपने वाहनों को जनसभा की ओर ले जा रहे थे. यह देखकर डयूटी पर तैनात इंस्पेक्टर उत्तम चंद पटेल ने भाजपाइयों के वाहन रोक दिए.
‘सांसद ने पूछा कि, कौन सी पार्टी का कार्यकर्ता है तू’ इस पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने फतेहपुर सीकरी लोकसभा के सांसद राजकुमार चाहर से शिकायत की. इस पर सांसद मौके पर पहुंच गए. सांसद राजकुमार चाहर ने इंस्पेक्टर उत्तम चंद पटेल से हटने के लिए कहा. इस पर इंस्पेक्टर ने हाथ जोड लिए. कहा कि ‘आप जैसे लोग व्यवस्था को समझें”. मगर, सांसद की तीखी तकरार और जमकर कहासुनी हुई. इस पर सांसद ने इंस्पेक्टर उत्तम चंद पटेल से पूछ लिया कि, कौन सी पार्टी का कार्यकर्ता है तू. इस पर पुलिस इंस्पेक्टर ने कहा कि ‘मैं कार्यकर्ता नहीं हूं पुलिस वाला हूं, आप जैसे लोग हमसे बदतमीजी करें क्या इसीलिए हम यहां हैं’.
सांसद राजकुमार चाहर ने बताया कि ‘रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के आने में करीब 50 मिनट की देरी थी. ड्यूटी पर खड़े पुलिस अधिकारी कार्यकर्ताओं को आयोजन स्थल से 800 मीटर पहले ही रोक रहे थे. इस पर उन्होंने कहा था कि ‘अभी रक्षामंत्री को आने में समय है. ये कार्यकर्ता हैं, इन्हें जाने दिया जाए. 800 मीटर तक पैदल चल कर जाएंगे. ये बात पुलिस इंस्पेक्टर को नागवार गुजरी और वह उनसे उलझ गया. इसकी शिकायत पुलिस कमिश्नर से करेंगे’.