देहरादून: यूकेएसएसएससी पेपर लीक घपला, अंकिता भंडारी हत्याकांड, लचर कानून व्यवस्था के खिलाफ कांग्रेस 21 नवंबर को सचिवालय कूच करेगी। पूर्व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने शुक्रवार को कूच का ऐलान किया। विधानसभा परिसर में प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रीतम ने कहा कि प्रदेश सरकार हर मोर्चे पर फेल है। पेपर लीक घपले में भाजपा के लोगों को फंसता देख सीबीआई जांच नहीं कराई जा रही है। अंकिता हत्याकांड की सीबीआई जांच न कराने के पीछे भी भाजपा का यही डर है।
प्रीतम ने कहा कि अंकिता की हत्या में एक वीआईपी का जिक्र बार-बार हो रहा है। आखिर क्या वजह है कि सरकार उसका नाम सार्वजनिक नहीं कर रही। विधानसभा की भर्तियों में कार्रवाई वाहवाही पाने के बेहद अपरिपक्व तरीके से की गई। कानून व्यवस्था पूरी तरह से चौपट हो चुकी है। हाल यह है कि यूएसनगर में मंत्री की हत्या की साजिश रची जा रही हैं। जनप्रतिनिधियों के घर में घुसकर उनकी और उनके परिजनों की हत्याएं हो रही हैं।
हरिद्वार पंचायत चुनाव में भाजपा ने सभी मर्यादाओं को तार तार करने का काम किया। सरकार के इशारे पर कठपुतली की तरह नाच रहे अफसरों ने हार रहे नेताओं को भी जिताने का काम किया। जो मुकाबला कर रहे थे, उनके खिलाफ मुकदमे दर्ज करा दिए गए। प्रीतम ने कहा कि सरकार इस बात को कान खोल कर सुन ले कि उत्तराखंड में विपक्ष जीवित है और जनहित के प्रति संवेदनशील है। यदि जनता और राज्य के हितों पर आंच आई तो सरकार की ईंट से ईंट बजा दी जाएगी।
इस क्रम में 21 नवंबर को सचिवालय के लिए विशाल कूच किया जाएगा। प्रीतम ने इस कूच में सभी प्रदेश वासियों से भागीदारी करने की अपील भी की। इस दौरान विधायक विक्रम सिंह नेगी, पूर्व विधायक राजकुमार, विजयपाल सजवान, प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना, संजय किशोर, गौरव गिन्नी आदि भी मौजूद रहे।