मुंबई: मुंबई के मलाड इलाके के बांगुर नगर थाने में आज एक एफआईआर दर्ज कराई गई है. ये FIR अडानी इलेक्ट्रिसिटी के एक इंजीनियर की तरफ से दर्ज कराई गई है. इस FIR के मुताबिक, अडानी कंपनी का एक पुल है, जो चोरी हो गया था. सुनकर आप भी हैरान होंगे कि कोई पूल कैसे चोरी कर सकता है, लेकिन ये 100 फीसदी सही घटना है. दरअसल मुंबई के पश्चिमी उपनगर मे अडानी ग्रुप की इलेक्ट्रिसिटी शहर वासियों को मिलती है, जिसका केबल का एक बड़ा हिस्सा बांगुर नगर के एक नाले के ऊपर से जाता है. इसी नाले पर एक पुल बनाया गया था, जो लोहे का था. ये पुल 90 फीट का था और लगभग 5 से 6 मीटर चौड़ा भी था. बताया जा रहा है कि इसका वजन 6000 किलो था.
जर्जर स्थिति में था पुल
ये पुल काफी जर्जर स्थिति में था और बारिश के मौसम में पुल गिरता तो उसके ऊपर से गुजरने वाले केबल सब प्रभावित हो जाते. ऐसे में अडानी इलेक्ट्रिसिटी ने इस पुल को बदलने की सोची और एक ठेकेदार के जरिए नया लोहे का पुल बनवाया और केबल को उस पुल की ओर बिछा दिया और पुराने लोहे के पुल को उन्होंने निकालकर बगल में रख दिया था.
लाखों रुपए में बेच दिया पुल
पुलिस की मानें तो एक दूसरे ठेकेदार की नजर उस पर पड़ गई. उसे लोहे की कीमत में सोना दिखाई देने लगा. उस दूसरे ठेकेदार ने लोहे के पुल को अपने 3 अन्य साथियों के साथ मिलकर पहले इलेक्ट्रिक कटर से काटा और फिर उसे टेम्पो में भरकर उठा ले गए और उसे एक एस्क्रेप कारोबारी को लाखों रुपए में बेच दिया. पुलिस ने जब जांच शुरू की तो पहले एक ठेकेदार के शामिल होने की सूचना मिली. उसके आधार पर बाकी लोगों की भी शिनाख्त कर बांगुर नगर पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और बेचा हुआ पुल भी बरामद कर लिया है.