न्यूज़ डेस्क : बातचीत करने का तरीका डिजिटल युग में दिन प्रतिदिन बदल रहा है. आज लोग मैसेज भेजने के बजाय इमोजी और GIF के माध्यम से अपनी बात दूसरों तक पहुंचाते हैं. हम सभी सोशल मीडिया ऐप्स पर Thumbs-up इमोजी का इस्तेमाल खूब करते हैं. जब हम किसी बात से सहमत होते हैं तो अमूमन हम सभी इसका इस्तेमाल करते हैं. आज हम आपको एक ऐसी खबर बताने वाले है जिसमें एक व्यक्ति को Thumbs-up रिएक्शन भेजना महंगा पड़ गया और उसे 50 लाख से ज्यादा का फाइन भरना पड़ा. पढ़िए आखिर क्या है मामला
कनाडा की एक कोर्ट के जज ने Thumbs-up इमोजी को सिग्नेचर के समान माना है और इसी के चलते कोर्ट ने एक व्यक्ति को 50 लाख का फाइन भरने के लिया कहा है. कनाडा के सस्केचेवान में किंग्स बेंच की अदालत ने हाल ही में साउथ वेस्ट टर्मिनल के एक अनाज खरीदार से जुड़े एक मामले की सुनवाई की जिसमें बेंच ने ये फैसला सुनाया. दरअसल, हुआ ये है कि एक अनाज खरीदार ने मार्च 2021 में एक किसान को एक संदेश भेजा था जिसमें खरीदार ने लिखा कि कंपनी 12.73 डॉलर प्रति बुशेल की कीमत पर 86 टन Flax खरीदने में रुचि रखती है.
अनाज के खरीदार Kent Mickleborough ने Chris Achter नाम के किसान को फोन से कांटेक्ट किया और मैसेज को फोन पर भेजकर कॉन्ट्रैक्ट का रिप्लाई करने के लिए कहा. इसपर किसान ने Thumbs-up इमोजी के जरिए रिएक्ट किया. जब डिलीवरी की बारी आई तो किसान ने Flax की डिलीवरी नहीं की और फिर इसके दाम बढ़ गए. इसके बाद दोनों आपस में लड़ने लगे. Kent का कहना था कि Chris ने मैसेज का रिप्लाई किया था, यानि डील ओके थी. लेकिन किसान का कहना था कि उसने केवल इमोजी के जरिए ये बताना चाहा कि कॉन्ट्रैक्ट मिल चुका है.
कोर्ट ने सुनाया फैसला
न्यायमूर्ति कीन ने इस मामले में फैसला सुनाते हुए किसान पर 61,641 डॉलर यानि 50 लाख रुपये से ज्यादा का फाइन लगाया. जज ने अपने फैसले का समर्थन करने के लिए डिक्शनरी.कॉम से इमोजी की परिभाषा का इस्तेमाल किया. डिक्शनरी.कॉम के अनुसार, इमोजी का उपयोग डिजिटल संचार में सहमति, अप्रूवल या प्रोत्साहन व्यक्त करने के लिए किया जाता है. न्यायमूर्ति कीन ने स्वीकार किया कि ये परिभाषा आधिकारिक नहीं हो सकती लेकिन ये इमोजी उनकी समझ के अनुरूप है और इसलिए उन्होंने किसान पर 50 लाख का फाइन कॉन्ट्रैक्ट पूरा न करने के लिए लगाया है.