देहरादून: मैदान से पहाड़ तक में लगातार बारिश का सिलसिला जारी है, राहत की बारिश आफत बनकर बरस रही है. जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. आलय ये है कि भारी बारिश से नदी-नाले उफान पर हैं, तो पहड़ियां दरकने से भूस्खलन की घटनाएं सामने आ रही हैं. मौसम विभाग ने चमोली, पौड़ी, पिथौरागढ़, बागेश्वर, अल्मोड़ा, चम्पावत, नैनीताल और ऊधमसिंह नगर में बारिश का रेड अलर्ट और उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, टिहरी, देहरादून, हरिद्वार के लिए येलो अलर्ट जारी किया है।
प्रदेश के विभिन्न स्थानों एवं हिमाचल प्रदेश में फंसे उत्तराखण्ड के नागरिकों की सहायता हेतु हमारी सरकार ने आपदा राहत नम्बर जारी किए हैं। किसी भी मदद हेतु निम्न नंबरों पर संपर्क कर सकते हैं।
9411112985, 01352717380, 01352712685 इसके अतिरिक्त व्हाट्सएप नंबर- 9411112780 पर भी मैसेज…— Pushkar Singh Dhami (Modi Ka Parivar) (@pushkardhami) July 12, 2023
प्रदेश के विभिन्न स्थानों एवं हिमाचल प्रदेश में फंसे उत्तराखंड के नागरिकों की सहायता के लिए सरकार ने आपदा राहत नंबर जारी किए हैं। किसी भी मदद हेतु के लिए लोग इन नंबरों 9411112985, 01352717380, 01352712685 पर संपर्क कर सकते हैं। साथ ही 9411112780 नंबर पर व्हाट्सएप मैसेज कर सकते हैं। सीएम धामी ने ट्ववीट कर इसकी जानकारी है।
कई जिलों में स्कूल बंद
भारी बारिश के चलते प्रदेश में हरिद्वार, चमोली, उत्तरकाशी, नैनीताल, अल्मोड़ा, बागेश्वर, चंपावत, अल्मोड़ा, ऊधमसिंह नगर में स्कूल बंद रखे गए हैं। वहीं, हरिद्वार में गुरुवार को भी स्कूल बंद रहेंगे।
26 स्टेट हाईवे समेत 273 सड़कें बंद
प्रदेश में भारी बारिश के चलते पर्वतीय क्षेत्रों में भूस्खलन और बरसाती गदेरों के ऊफान पर आने से सड़कें लगातार बंद हो रही हैं। बीते 24 घंटे में कुल 341 सड़कें बंद हुई हैं। इनमें से 193 सड़कें एक दिन पहले से बंद थीं, जबकि 148 सड़कें सोमवार को बंद हुईं। रविवार देर शाम तक 68 सड़कों को खोला जा सका था, जबकि 273 सड़कें अब भी बंद हैं। प्रदेश में टिहरी-घनसाली-तिलवाड़ा मोटर मार्ग, मयाली-गुप्तकाशी मोटर मार्ग, लबंगांव-कोटालगांव-घनसाली-तिलवाड़ा, बांसबाड़ा-मोहनखाल मोटर मार्ग, घट्टूगाड़-रिखणीखाल-बीरोंखाल मोटर मार्ग, सिलक्यारा-वनगांव-सरोट मोटर मार्ग, मीनस अटाल, सहिया-क्वानू, चकराता-लाखामंडल, दारागाड़-कथियान सहित कुल 26 राज्य मार्ग बंद हैं। एक दिन पहले इनकी संख्या 14 थी। इससे यात्री जगह-जगह फंसे हुए बताए जा रहे हैं। कई लोग वैकल्पिक मार्गों के जरिये अपने गणत्वय तक पहुंचे। इधर, सरकार ने लोगों को भारी बारिश के दौरान पहाड़ों की यात्रा न करने की सलाह दी है।