देहरादून : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज सबसे ज्यादा बाढ़ प्रभावित जिला हरिद्वार का दौरा किया. साथ ही उन्होंने लक्सर सहित विभिन्न क्षेत्रों में अतिवृष्टि के कारण जलभराव से प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण भी किया और स्थिति का जायजा लिया. इसके अलावा उन्होंने देहरादून स्थित आपदा प्रबंधन नियंत्रण कक्ष में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की.
LIVE: हरिद्वार में जलभराव से प्रभावित क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण करते हुए
https://t.co/piGtU57VE0— Pushkar Singh Dhami (Modi Ka Parivar) (@pushkardhami) July 13, 2023
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून स्थित आपदा प्रबंधन नियंत्रण कक्ष में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ राज्य में अत्यधिक वर्षा के बाद की स्थिति और आपदा राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा की. सीएम ने स्थिति पर लगातार नजर रखने और प्रभावितों को तत्काल राहत पहुंचाने का निर्देश दिया. इसी बीच उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि प्रभावितों को भोजन और अन्य आवश्यक सामग्री की पूरी उपलब्धता हो. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि भारी बारिश के चलते प्रदेश में आपदा के जो हालात बने हैं, उनसे निपटने के लिए स्थानीय अधिकारियों के साथ-साथ भारतीय सेना को भी बुलाया गया है. जिसमें फिलहाल अभी सेना को स्टैंडबाई मोड पर रखा गया है. सीएम धामी ने कहा कि अगर प्रदेश में पुल टूटने की वजह से कोई बड़ी आपदा आती है तो फिर सेना की मदद ली जाएगी और सेना ने भी पूरी मदद करने का आश्वासन दिया है.
Uttarakhand | Chief Minister Pushkar Singh Dhami took stock of the situation by conducting an ‘Aerial Survey’ of the areas affected by waterlogging due to excessive rainfall in various areas including Laksar of Haridwar district. pic.twitter.com/RQO4Sv5ddi
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) July 13, 2023
बता दें कि उत्तराखंड में भारी बारिश ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा रखी हैं. उत्तरकाशी जिले में बादल फटने की घटना सामने आई है. कुदरत के रौद्र रूप लेने से नदी नाले उफान पर हैं. जिससे लोग डर के साए में जी रहे हैं और घर में दुबक कर बैठे हैं. देवभूमि में बहने वाली तमाम नदियां खतरे के निशान को छूने की कगार पर हैं. इसके अलावा चारधाम यात्रा भी बारिश के कारण प्रभावित हो रही है. पहड़ियां दरकने से जगह-जगह भूस्खलन की स्थिति पैदा हो रही है. जिससे मार्गों पर हजारों की संख्या में यात्री फंसे हुए हैं.