देहरादून: कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी उत्तराखंड में प्रस्तावित स्वाभिमान न्याय यात्रा में भाग लेंगे। पार्टी की यह यात्रा अग्निवीर योजना के विरोध को केंद्र में रखकर निकाली जाएगी, जो राज्य में 50 से 60 दिन तक निकलेगी। राहुल गांधी यात्रा में 10 दिन भाग लेंगे। इधर, पार्टी का कहना है कि जैसे ही प्रदेश में राहुल गांधी की यात्रा की घोषणा की गई है, भाजपा खेमे में हड़कंप मच गया है। प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि आश्चर्य की बात है की आज एक साल से ज्यादा का समय बीत जाने के बाद उत्तराखंड भाजपा को अचानक अग्निवीर योजना याद आई और उसे अपने नेताओं से अग्निवीर के बचाव में प्रेसवार्ता तक करवानी पड़ी। माहरा ने कहा कि पिछले सवा साल से अग्निवीर योजना ने प्रदेश के युवाओं का एक सैनिक बनने का सपना तोड़ दिया है। उनके साथ अग्निवीर के नाम पर छलावा किया जा रहा है। राहुल गांधी इस योजना का विरोध करने उत्तराखंड आ रहे हैं, यह खबर सुनते ही भाजपा पूरी तरह से घबरा गई है।
प्रियंका गांधी और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता भी होंगे शामिल
महारा ने कहा की कांग्रेस पहले दिन से इस योजना का विरोध कर रही है। पार्टी का मानना है कि है कि अग्निवीर योजना युवाओं के साथ ही नहीं देश के साथ भी धोखा है। देश की सुरक्षा और संप्रभुता के साथ खिलवाड़ है। कांग्रेस केंद्र की सत्ता में आने पर इस योजना को समाप्त करने का काम करेगी और सेना के पुराने स्वरूप को लौटाएगी। उन्होंने कहा कि यात्रा में राहुल गांधी के साथ ही प्रियंका गांधी और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता भी शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही यात्रा का विस्तृत कार्यक्रम जारी किया जाएगा। यात्रा कुमाऊं से लेकर गढ़वाल और जौनसार क्षेत्र में निकाली जाएगी।
शौर्य डोभाल के प्रेस वार्ता में बैठने पर भी सवाल उठाया
माहरा ने कहा कि आप पार्टी के मुख्यमंत्री के चेहरे रहे कर्नल कोठियाल अब भाजपा में प्रदेश प्रवक्ता हैं, वह फौज में अफसर रह चुके हैं। लेकिन, शौर्य डोभाल का सेना का क्या अनुभव है। प्रदेश का युवा क्यों उनकी बातों को गंभीरता से ले। डोभाल किस हैसियत से प्रेस वार्ता को संबोधित कर अग्निवीर योजना का बचाव कर रहे हैं?