गाजियाबाद: अगर चिकन खा रहे हैं तो सावधानी से खाएं। गले में हड्डी अटकने की कहावत तो सुनी होगी। चिकन की हड्डी छाती में भी अटक सकती है। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद से इसी प्रकार का एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। 85 साल के बुजुर्ग व्यक्ति के सीने में 2 साल पहले मुर्गे की हड्डी फंस गई। इस कारण उसे काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। चिकन की हड्डी लंग्स में फंसने के कारण 85 वर्षीय जगमल को पहले तो स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का समस्याओं का सामना करना पड़ा। जब सांस लेने में दिक्कत होने लगी तो एक निजी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। ऑपरेशन हुआ। हड्डी निकाली गई। उसके बाद से उन्हें राहत मिली। जगमल पिछले 2 साल से छाती में हड्डी फंसने से बीमार चल रहे थे।
जगमल दिन भर खांसते रहते थे। उनकी खांसी ने घर के लोगों को परेशान करना शुरू कर दिया। उनके परिवार वालों ने धूम्रपान को इसका कारण बताया। उनके अत्याधिक धूम्रपान को खांसी की वजह बताते हुए इसे छोड़ने की बात करने लगे। जगमल की भी परेशानी कम नहीं हो रही थी। खांसी के कारण छाती में दर्द जैसा होने लगता था। हालांकि, वे तब तक चोरी-चुपके धुम्रपान कर लेते थे। इसके बाद तो स्थिति बिगड़ने लगी। खांसी की समस्या बढ़ती गई और सांस लेने में दिक्कत होने लगी। इसके बाद उन्होंने धूम्रपान करना छोड़ दिया। धुम्रपान छोड़ने के बाद भी उन्हें राहत नहीं मिली।
मुरादाबाद निवासी जगमल को लेकर इसके बाद परिजन गाजियाबाद पहुंचे। उन्हें इलाज के लिए एक प्राइवेट हॉस्पिटल में ले जाया गया। वहां उनकी जांच शुरू हुई। छाती के स्कैन में वहां एक हड्डी जैसा कुछ फंसा होने का अंदेशा डॉक्टर ने जताया। इसके बाद जांच को आगे बढ़ाया गया तो डॉक्टरों ने पाया कि लंग्स में हड्डी जैसी संरचना वाला कुछ फंसा हुआ है। इसी कारण जगमल को दिक्कत हो रही थी। जगमल को सर्जरी की सलाह दी गई। वे अस्पताल में भर्ती हुए। ऑपरेशन हुआ और चिकन बोन को बाहर निकाल दिया गया। गुरुवार को उन्हें हॉस्पिटल से डिस्चार्ज भी कर दिया गया है।
वैशाली के मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने इस सर्जरी को पूरा किया है। सर्जरी करने वाले डॉक्टरों ने कहा कि जगमल में लंच में चिकन खाया था। घटना जनवरी 2021 की है। इसी दौरान हड्डी उनके लंग्स में फंस गई। शुरुआत में उन्हें किसी प्रकार की परेशानी नहीं हुई। लेकिन, समय बीतने के साथ उनके लंग्स में इंफेक्शन हो गया। इससे कफ बनने लगा। धीरे-धीरे यह बढ़ता जा रहा था। कुछ दिन पहले उन्हें सांस लेने में भी दिक्कत होने लगी। 10 जुलाई को जगमल ने मैच के डॉक्टरों से संपर्क किया। उनका कई टेस्ट कराया गया। इसके बाद लंग्स में चिकन बोन फंसे होने की बात सामने आई।