जयपुर: राजस्थान में अशोक गहलोत कैबिनेट में मंत्री पद से हटाए जाने के बाद राजेंद्र सिंह गुढ़ा को सोमवार को विधानसभा सदन में अपनी बात रखने का मौका नहीं मिला। उन्होंने कांग्रेसी नेताओं पर हमला और धक्कामुक्की का आरोप लगाया था। अब गुढ़ा ने कांग्रेस के नेताओं के डीएनए और नार्को टेस्ट की मांग कर डाली है। अपनी एक “लाल डायरी” और कांग्रेसी नेताओं द्वारा उसके फाड़े जाने पर गुढ़ा ने आपत्ति जताई थी। अब उन्होंने अपने साथी नेताओं के नार्को टेस्ट और डीएनए टेस्ट की मांग की है। उन्होंने कहा, “मैं मांग करता हूं कि मुझे मिलाकर बाकी कांग्रेस नेताओं का डीएनए टेस्ट और नार्को टेस्ट कराया जाए।”
मंत्रिमंडल से बर्खास्त के बाद राजेंद्र सिंह गुढ़ा को कांग्रेस से भी बाहर निकाला…विपक्ष की भूमिका बढ़िया निभाते हैं गुढ़ा जी !! 😅 pic.twitter.com/4o87TD7G2q
— Ronak choudhary (@Ronak_choudhry) July 24, 2023
गौरतलब है कि सोमवार को राजेंद्र सिंह गुढ़ा के राजस्थान विधानसभा में प्रवेश के दौरान बड़ा हंगामा हुआ। इसके राजेंद्र सिंह गुढ़ा संवाददाताओं से बातचीत कर अपना दुख व्यक्त किया और कुछ सवाल भी उठाए। उन्होंने कहा, “मेरे पास डायरी थी, वो इन्होंने छीन ली। करीब 50 लोगों ने मिलकर मुझपर हमला किया, मुझे घूंसे मारे, लाते मारी और कोंग्रेस के नेताओं व मंत्रियों ने मुझे सदन से बाहर फेंक दिया। राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष ने मुझे बोलने तक नहीं दिया।”
उन्होंने रोते हुए स्वर में कहा, “मैं तो यही बात कहना चाह रहा था। हमने तो अशोक गहलोत का चेहरा देखकर इन्हें समर्थन दिया था। हम इनकी मांग पर इनके साथ आए थे। गहलोत साहब, मेरी डायरी का आधा हिस्सा, विधानसभा में मेरे साथ गुंडागर्दी करके छीन लिया गया। आधा हिस्सा मेरे पास है।”
“आपने क्या क्या काले काम किए, चुनाव में पैसे देकर और क्या काले कारनामे किए,सब मेरे पास है। यह खुलासा मैं आगे भी करूंगा। मेरे ऊपर आरोप लगे कि मैं बीजेपी के साथ हूं। मैं जानना चाहता हूं कि मेरी गलती क्या है ?”
गौरतलब है कि राजस्थान मंत्रिमंडल में सैनिक कल्याण (स्वतंत्र प्रभार), होम गार्ड एवं नागरिक सुरक्षा (स्वतंत्र प्रभार), पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास विभागमंत्री पद की ज़िम्मेदारी संभाल रहे गुढ़ा को शुक्रवार को विधानसभा में महिला अत्याचार के मुद्दे पर अपनी ही सरकार को घेरने पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वार मंत्री पद से बर्खास्त कर दिया गया था।
विधायक राजेंद्र गुढ़ा ने सोमवार को कहा था कि उन्होंने माफी मांगने के बजाय संघर्ष करने का फैसला किया है। साथ ही गुढ़ा ने कहा कि वह कथित ‘लाल डायरी’ के बारे में आज विधानसभा में खुलासा करेंगे। उन्होंने कहा था, ‘‘मैंने माफी मांगने के बजाय संघर्ष करने का रास्ता चुना है। मुझे किस बात के लिए माफी मांगनी चाहिए? मैंने महिला सुरक्षा के लिए आवाज उठाई है।’’