जहानाबाद : जहानाबाद व्यवहार न्यायालय परिसर में आयोजित लोक अदालत में शनिवार को जिला जज राकेश कुमार सिंह की दरियादिली देखने को मिली। कोर्ट में आए आदमपुर के बुजुर्ग राजेंद्र तिवारी ने 18 साल पहले बैंक से कर्ज लिया था, लेकिन कर्ज लौटा नहीं पा रहे थे। बैंक द्वारा बार-बार उन्हें को नोटिस भेजा जा रहा था। इस बार नोटिस भेजकर लोक अदालत में शामिल होने का निर्देश दिया गया था।
साहब, किसी तरह पांच हजार रुपये लाया हूं..फफक पड़े बुजुर्ग तो जज का पिघला दिल; फैसले की हो रही तारीफ
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— Akshay Pandey (@akshay019) November 12, 2022
बेटी की शादी कर कर्ज में डूबने की कही बात
बुजुर्ग लोक अदालत में ऋण समझौता के लिए पहुंचे तो बैंक ने ऋण के 18 हजार 600 रुपये लौटाने को कहा। बुजुर्ग ने कहा कि मैं बेटी की शादी में काफी कर्ज में डूब गया हूं। किसी तरह पांच हजार रुपये का इंतजाम करके लाया हूं। यह लेकर मुझे कर्ज मुक्त कर दीजिए। यह कह कर बुजुर्ग फफक-फफककर रोने लगे।
बुजुर्ग की व्यथा सुन जज को आई दया
बुजुर्ग की व्यथा सुन जज राकेश कुमार को दया आ गई। उन्होंने बैंक अधिकारियों से कहा कि बुजुर्ग का कर्ज मैं स्वयं दूंगा। उन्होंने दस हजार रुपये देकर राजेंद्र तिवारी का कर्ज चुकता कर दिया। बाकी के तीन हजार छह सौ पंडित जी के गांव के ही एक ग्रामीण ने दिए। जिला जज राकेश कुमार सिंह की इस दरियादिली की हर तरफ प्रशंसा शुरू हो गई है।