देहरादून: भाजपा ने माहरा की माफी को नाकाफी बताते हुए, उनको तुरंत इस्तीफे देने अन्यथा कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष से उन्हे हटाने की मांग की है । साथ ही ऐसी मानसिकता वाले प्रदेश अध्यक्ष का होना जनता के हित में नहीं है ।
पार्टी मुख्यालय में मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए प्रदेश महामंत्री आदित्य कोठारी ने कहा, दुखद अंकिता प्रकरण में जांच एजेंसियों ने मुस्तैदी से कार्य किया और अब मामला न्यायालय में विचाराधीन है । मुख्यमंत्री धामी के निर्देश पर न्यायिक पक्ष रखने में अधिवक्ता से लेकर सभी जरूरी कार्यवाही पीड़ित परिजनों की सहमति से की जा रही हैं । लिहाजा कांग्रेस को न्यायालय पर भरोसा करना चाहिए था लेकिन वे इस संवेदनशील मामले का राजनैतिक लाभ लेने के लिए यात्रा निकाल रहे थे। जनता को उनकी नीति एवं नियत पर भरोसा नहीं है यही वजह है वे उनकी यात्रा में शामिल नहीं हुई । कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष माहरा और मनीष खंडूरी का ये बयान उनकी बौखलाहट और हताशा का नतीजा हैं ।
कोठारी ने माहरा की एक पूरे समाज और उत्तराखंड के अपमान के बाद मांगी गई माफी को नाकाफी बताया है । उन्होंने कहा, एक जिम्मेदार पद पर होने के बावजूद सोचते समझते हुए उनके द्वारा यह अभद्र टिप्पणी की गई लिहाजा उनका एक राजनैतिक दल के अध्यक्ष पद पर रहने का कोई नैतिक अधिकार नही है । लिहाजा उन्हें अविलंब अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए अन्यथा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष ऐसे गैरजिम्मेदार पदाधिकारी को तुरंत पद से हटाना चाहिए । उन्होंने चिंता जताते हुए कहा, ऐसे व्यक्ति का विपक्ष के प्रमुख पद पर होना प्रदेश की जनता के हित में भी नही है जो उनके प्रति ऐसी घिनौनी सोच रखता हो ।
उन्होंने माहरा द्वारा अपनी पार्टी में भाजपा को सहयोग करने वाले नेताओं को लेकर दिए दिए बयान पर पलटवार करते हुए कहा, जो विडियो वायरल हुआ है वह उनकी पार्टी और पार्टी नेताओं के सोशल मीडिया साइट पर उपलब्ध था । उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा, ऐसे बयान देते ही क्यों हैं जो वायरल की श्रेणी में आएं। उन्होंने कांग्रेस पार्टी के नेताओं की उत्तराखंड की जनता के प्रति वास्तविक सोच के बाहर आने को भी जरूरी बताए ।