नई दिल्ली: अक्टूबर 2022 में एक युवती के पिता की मौत हो गई थी। अंतिम संस्कार के दौरान उसे किसी ने कह दिया कि अगर वह किसी नवजात की बलि देगी तो उसके पिता पुनर्जीवित हो जाएंगे। बस फिर क्या था युवती ने इलाके में जिन घरों में नवजात बच्चा तो उनसे दोस्ती करनी शुरू कर दी। बच्चों के माता-पिता को उनके बेहतर स्वास्थ्य की चिंता को उसने भांप लिया। नवजात के बेहतर स्वास्थ्य का बहाना बना वह उनके परिजनों के करीब जाती। खुद को एक एनजीओ में कार्यरत बता लोगों को उनके बच्चों के कुशल स्वास्थ्य व टीकाकरण का झांसा देने लगी।
Delhi:A woman held for kidnapping an infant from Garhi to sacrifice it for revival of her dead father.Accused visited child's house in guise of NGO worker&took it out with its relative who was dumped midway.100 CCTVs checked&mobile traced to find accused's location:DCP South East pic.twitter.com/8AVGN5Jvbw
— ANI (@ANI) November 12, 2022
कार में ले गई थी
यह पूरा मामला दक्षिण पूर्वी दिल्ली के कोटला मुबारकपुर इलाके का है। लंबे समय से ताक लगाई युवती को 10 नवंबर को मौका मिला। उसने यहां गढ़ी गांव में रहने वाले एक बच्चे का अपहरण किया और अपने साथ ले गई। परिजनों ने इस बात की शिकायत पुलिस को दी। पुलिस सीसीटीवी की मदद से पहले महिला की कार, फिर उस तक पहुंची और बच्चे को सकुशल बरामद किया। दक्षिण पूर्वी दिल्ली की डीसीपी ईशा पांडे के मुताबिक 10 नवंबर को शाम करीब 4 बजे थाना अमर कॉलोनी में सूचना मिली कि गढ़ी गांव से करीब दो महीने के नवजात बच्चे को अज्ञात महिला ने अगवा कर लिया है।
लड़की को गाजियाबाद में फेंका
पीड़िता ने पुलिस को बताया था कि अपहरणकर्ता युवती ने उनसे सफदरजंग अस्पताल में मुलाकात की और खुद को जच्चा-बच्चा देखभाल के लिए काम करने वाले एनजीओ के सदस्य बताया। वारदात के दिन वह बच्चे को एक अन्य लड़की के साथ ले गई थी। लड़की को कोल्डड्रिंक में नशीला पदार्थ पिलाकर उसने उसे गाजियाबाद में फेंक दिया था। पुलिस की छानबीन में पता चला कि युवती के खिलाफ पहले भी लूट और चोरी के दो मामले दर्ज हैं।