देहरादून : भ्रष्ट अफसरों का ब्योरा मुख्यमंत्री ने तलब किया है । पीसीएस निधि यादव के खिलाफ जांच भी शुरू हो गई है। आपको बता दें की उत्तराखंड में भ्रष्टाचार की जांच में घिरे अफसरों की रिपोर्ट मुख्यमंत्री ने तलब की है इस वर्ष 10 अफसर और कर्मचारी रिश्वत के मामले में गिरफ्तार किए गए हैं कुछ अफसरों के खिलाफ जांच लंबित रहने पर सीएम धामी ने नाराजगी जताई थी अब जिसके पश्चात भ्रष्ट अफसरों का ब्यौरा मुख्यमंत्री ने तलब किया है,
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के संज्ञान में आया है कि कई विभागों के अफसरों पर भ्रष्टाचार व अन्य अनियमितताओं की जांच चल रही है लेकिन जांच अधिकारी इनमें तेजी नहीं ला रहे हैं इससे यह जांचे काफी लंबे टाइम से लंबित पड़ी है सीएम ने इस पर कड़ी नाराजगी जताई है उन्होंने सचिव सीएम शैलेश बगोली को ऐसे सभी भ्रष्ट अफसरों का ब्यौरा उपलब्ध कराने के तत्काल निर्देश दिए हैं
इस वर्ष रिश्वत लेने के आरोप में अब तक 10 अफसरों और कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया है विजिलेंस ने इन के विरुद्ध मुकदमा चलाने के लिए सरकार से मंजूरी भी ले ली है वहीं विजिलेंस पूर्व आईएस रामविलास यादव और आयुर्वेद विश्वविद्यालय के पूर्व रजिस्ट्रार मृत्युंजय मिश्रा के खिलाफ जांच को निस्तारित कर चुकी है यह दोनों मामले कोर्ट में चल रहे हैं वही विजिलेंस ने पीसीएस निधि यादव के खिलाफ जांच शुरू कर दी है जिसको लेकर अब नौकरशाहों में हड़कंप मचा है।