नई दिल्ली: लोकसभा में मंगलवार को मणिपुर के मुद्दे पर अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान महाराष्ट्र के बारामती से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) की सांसद सुप्रिया सुले ने सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले के बीजेपी के नारे याद दिलाए और मणिपुर में महिलाओं के साथ हुई घटना को लेकर भी केंद्र सरकार को घेरा.
सुप्रिया सुले ने मणिपुर की घटना को लेकर कहा कि ये उनके और हमारे बीच की बात नहीं है. ये महिलाओं की डिग्निटी की बात है. उन्होंने कहा कि वो किसी की बहन, किसी की बेटी, किसी की पत्नी हैं. किसी की इज्जत उछालोगे और सरकार चुप रहेगी? इस पर ट्रेजरी बेंच की ओर से राजस्थान में महिलाओं के साथ आपराधिक घटनाओं को लेकर किसी सदस्य ने कुछ कहा. जवाब में सुप्रिया सुले ने कहा कि राजस्थान में हो या महाराष्ट्र में, वह देश की बेटी है.
सुप्रिया सुले ने केंद्र सरकार को फेल बताया और ये भी कहा कि मैं इंडिया के लिए बोलने को खड़ी हुई हूं. उन्होंने महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी (एमवीए) का नाम लिए बिना सरकार गिराने का मुद्दा भी उठाया. सुप्रिया सुले ने कहा कि इस सरकार के नौ साल में नौ सरकारें गिराई गईं. उन्होंने उत्तराखंड, अरुणाचल प्रदेश, पुडुचेरी और महाराष्ट्र समेत राज्यों के नाम भी गिनाए.
वंदे भारत ट्रेन के मुद्दे पर भी उन्होंने सरकार को घेरा. सुप्रिया सुले ने कहा कि ये ट्रेन गरीबों की नहीं. गरीबों के लिए गरीब रथ है. यूपीए सरकार के समय कई ट्रेन हमारे इलाके से चलती थीं और आज वो ट्रेन रुकती भी नहीं, दनदनाते हुए निकल जाती हैं. उन्होंने टमाटर और प्याज की कीमतों के साथ ही महंगाई के मुद्दे पर भी सरकार को जमकर घेरा.
इससे पहले, अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा की शुरुआत करते हुए कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने मणिपुर की हिंसा को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि उन्होंने मौन ले लिया है. उन्होंने गृह मंत्री, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार को फेल बताया.