शाहजहांपुर: उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में 6 साल की बच्ची की सांप काटने से मौत हो गई. इसके बाद उसके फिर से जिंदा होने की उम्मीद में परिजनों ने शव को गोबर और नीम की पत्तियों से ढक दिया. बच्ची का शव पिछले दो दिनों से गोबर में दबा रहा. इसके बाद शव देखने के लिए दूर-दूर से लोग गांव पहुंचे तो पुलिस समझा बुझाकर बच्ची का अंतिम संस्कार करवा दिया. चिकित्सको का कहना है कि झाड़फूंक के बजाय सांप काटने के 1 घंटे के भीतर अगर मरीज को अस्पताल पहुंचा दिया जाए तो उसकी जान बचाई जा सकती है. थाना कांट क्षेत्र के रावतपुर में मंगल सिंह की बेटी को सोमवार सुबह उस वक्त सांप ने डस लिया जब पूरा परिवार झोपड़ी में सो रहा था. सांप काटने के बाद परिजनों ने पहले गांव में झाड़-फूंक के जरिए इलाज की कोशिश की. हालत बिगड़ने पर बच्ची को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. इसके बाद झाड़-फूंक करने वालों के कहने पर कल परिवार वालों ने बच्ची के शव को गोबर में दबा दिया और चारों तरफ नीम की पत्तियां डाल दी. परिजनों को उम्मीद थी कि उनकी बच्ची जिंदा हो जाएगी.
गोबर में शव दबे होने की चर्चा आसपास के पूरे इलाके में फैल गई. इसके बाद दूर-दूर से लोग गांव पहुंचने लगे. भीड़ बढ़ने पर मंगलवार दोपहर पुलिस ने परिजनों को समझा-बुझाकर बच्चे का अंतिम संस्कार करवा दिया. वहीं डॉक्टरों का कहना है कि सांप काटने के बाद एक घंटा गोल्डन पीरियड होता है. अगर 1 घंटे के अंदर मरीज को अस्पताल पहुंचा दिया जाए तो उसकी जान बचाई जा सकती है. डॉक्टर भी सांप काटने के बाद लोगों से झाड़-फूंक के बजाय मरीज को अस्पताल पहुंचाने की अपील कर रहे हैं.
आगरा में सांप काटने से किसान की मौत
उधर, उत्तर प्रदेश के आगरा की किरावली तहसील के गांव सरसा में सोमवार को सिंचाई के दौरान एक किसान की सांप के काटने से मौत हो गई. पुलिस ने इसकी जानकारी दी. पुलिस ने बताया कि किसान की पहचान रणधीर (38) के तौर पर की गई है, उसे सांप ने डंस लिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गी. इस संबंध में मंगलवार को थाना किरावली प्रभारी उपेंद्र कुमार ने बताया कि पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है.