अशोकनगर: कहते हैं जब दुनिया में कोई न सुने तो अपनी व्यथा भगवान को सुनाना चाहिए, वह आपकी जरूर सुनेंगे. ऐसा ही एक मामला मध्य प्रदेश के अशोकनगर जिले में सामने आया है, जहां एक कर्चमारी पर बिजली कंपनी द्वारा 15 लाख रुपए के सामान की चोरी का आरोप लगा दिया गया. कर्चमारी ने जब कहा कि उसने चोरी नहीं की है तो उसकी किसी ने नहीं सुनी. इस पर वह अपनी व्यथा सुनाने मां बिजासन के मंदिर निकल पड़ा. कर्मचारी के साथ में उसकी पत्नी और दो बच्चे भी हैं, जो परिक्रमा कर मां के दरबार तक जा रहे हैं.
मामला अशोकनगर जिले के बेलई गांव का है. गांव के रहने वाले जगभान यादव, उनकी पत्नी बबीता और दो छोटे-छोटे बच्चे पिछले चार दिनों से सड़क पर दंडवत परिक्रमा करते हुए 80 किलोमीटर दूर कदवाया स्थित मां बिजासन मंदिर जा रहे हैं. जगभान और बबीता के साथ उनकी पांच बेटी वर्षीय आरुषि और आठ वर्षीय शिवन्या भी. दोनों साथ में दंडवत परिक्रमा कर रहे हैं.
जगभान यादव का कहना है कि वह चार अगस्त को अपने परिवार के साथ कदवाया स्थित सिद्ध धाम मां बिजासन की दर्शन के लिए निकले थे. 19 तारीख तक वह वहां पहुंच जाएंगे. हैरत की बात यह है कि अपने माता-पिता के साथ यह छोटे-छोटे बच्चे भी सड़क पर साष्टांग होकर परिक्रमा करते हुए जा रहे हैं. जो कोई भी यह नजारा देख रहा है, वह हैरत में पड़ जा रहा है. लोग रास्ते में बच्चों को खाने-पीने की सामग्री भी उपलब्ध करा रहे हैं.
ग्रामीणों ने चुराया था बिजली कंपनी का माल, आरोप कर्मचारी पर लगा
जगभान यादव ने बताया कि वर्ष 2018 में वह बिजली कंपनी में काम करता था. बिजली के तारों का काम करते समय एक कर्मचारी की खंभे के टूटने की वजह से मौत हो गई थी, जिसके बाद जगभान ने उसे अस्पताल पहुंचाया और फिर उसकी अंत्येष्टि भी करवाई, लेकिन गांव में जो बिजली कंपनी का सामान पड़ा था, वह ग्रामीण उठा ले गए और आरोप जगभान पर लगा दिया. जगभान ने कहा कि उसने चोरी नहीं की है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. अब वह ऐसे झूठे आरोप से अपने आप को निर्दोष साबित करने के लिए भगवान के दरबार पहुंच रहा है.