न्यूज़ डेस्क: चीन में एमपॉक्स के कंफर्म मामले जुलाई में 5 गुना बढ़ गए हैं. वहीं इस संक्रामक बीमारी को रोकने के लिए सरकार हरसंभव प्रयास कर रही है. चीन के स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि जुलाई में इसके 491 मामले देखे गए जबकि जून में इसके 106 मामले थे. रिपोर्ट के अनुसार संक्रमितों में सबसे ज्यादा पुरुष थे उनमें से 96% ऐसे जिन्होंने पुरुषों से ही यौन संबंध बनाए थे. यह वही वायरस है जिसे हाल में तक मंकीपॉक्स के नाम से जाना जाता था.
स्थानीय मीडिया के अनुसार, इस वायरस के अभी तक कोई गंभीर मामले या किसी की मौत की खबर नहीं है. वहीं WHO ने मंकीपॉक्स पर कहा कि ये वैश्विक आपातकाल नहीं है लेकिन चीन में इसे कम करने की अधिक कोशिश करने की सलाह दी है.
चीनी सीडीसी ने अपने सभी लोकल ब्रांच के कर्मचारियों को अधिक से अधिक लोगों को इस वायरस की जानकारी पहुंचाने और इसके बारे में नागरिकों को जागरूक करने की सलाह दी है.
चीन में इस एमपॉक्स वायरस जीरो कोविड पॉलिसी को खत्म करने और चीनी बॉर्डर सबके लिए खोलने के बाद से काफी बढ़ा है. चीनी सीडीसी विशेषज्ञों के एक बयान के अनुसार, इस बीमारी के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए एक सरकारी अभियान चलाया जा रहा है, जो जोखिम वाले समूहों के अधिक लोगों को चिकित्सा सहायता लेने के लिए प्रेरित करता है. वहीं, विदेश से आने वाले लोगों के बीच नए मामलों को लगातार पता किया जा रहा है.
वहीं, चीन में पुरुषों में समान लिंग के साथ यौन संबंध को देखते हुए इसे रोकना काफी मुश्किल भरा हो सकता है. जुलाई में गुआंग्डोंग प्रांत और बीजिंग ऐसे दो स्थान रहे जहां सबसे अधिक मामले सामने आए. लेकिन शंघाई और पश्चिमी सिचुआन प्रांत सहित प्रत्येक क्षेत्र में महीने के दौरान कम से कम 25 एमपॉक्स रोगियों की पुष्टि हुई.