देहरादून: भाजपा बागेश्वर उपचुनाव मे मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष की मौजूदगी में 16 अगस्त को व्यापक जन समूह के साथ पार्टी प्रत्याशी का नामांकन करेगी। फिलहाल पार्टी ने 3 नामों का पैनल केंद्रीय पार्लियामेंट्री बोर्ड के समक्ष भेज दिया है जिस पर विचार के उपरांत शीघ्र ही पार्टी उम्मीदवार के नाम पर मुहर लग जायेगी । पार्टी मुख्यालय में पत्रकारों से अनौपचारिक वार्ता मे बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि वीरवार को राज्य चुनाव समिति ने विचार विमर्श के बाद 3 शीर्ष नामों को केंद्रीय पार्लियामेंट्री बोर्ड को भेज दिया है । संभवत शीघ्र ही पार्टी पार्लियामेंट्री बोर्ड नामों पर विचार कर उम्मीदवार की घोषणा कर देगा । उन्होंने बताया, संगठन ने प्रत्याशी के नामांकन की तैयारी शुरू कर दी है जिसके अनुसार 16 अगस्त को अपार जनसमूह के साथ पार्टी प्रत्याशी का नामांकन किया जायेगा । इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व बड़ी संख्या में पार्टी पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहेंगे ।
भट्ट ने कहा कि कार्यकर्ताओं की सहमति और जनभावनाओं के अनुरूप उम्मीदवार उम्मीदवार तय किया जायेगा। पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वर्गीय चंदन राम दास जीवनपर्यंत बागेश्वर क्षेत्र की भलाई के लिए काम करते रहे हैं लिहाजा स्थानीय जनता और कार्यकर्ताओं में उनके परिवार के प्रति सद्भावना होना तय है । पार्टी वहां कार्यकर्ताओं की सहमति से ऐसे उम्मीदवार को खड़ा करेगी जो स्वर्गीय दास के अधूरे कार्यों को पूरा कर जनभावनाओं पर खरा उतरे।
उन्होंने कांग्रेस की चुनौती को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए कहा कि भाजपा सकारात्मक राजनीति करते हुए जीतने के लिए और कांग्रेस हारने के लिए चुनाव लड़ती है। हम पूर्व निधारित नीति के अनुसार पार्टी प्रत्याशी का चयन करते हैं और कांग्रेस अपनी पार्टी के अंदर और बाहर उम्मीदवार ढूंढती है । उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस को आज अपनी पार्टी में ही कोई उम्मीदवार नहीं मिल रहा है और मीडिया के माध्यम से जानकारी आ रही है कि वे उम्मीदवार दूसरी पार्टी से आयात करने वाले हैं । दोनों पार्टियों में सोच का यही फर्क हमे रिकॉर्ड मतों से जिताने वाला है और कांग्रेस की एक बार फिर से जमानत जब्त होने वाली है ।
भट्ट ने सड़कों को लेकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष द्वारा जारी वीडियो को लेकर कहा कि मुख्यमंत्री धामी के बेहतर प्रबंधन में मानसूनी आपदा के बावजूद आज प्रदेश की सड़के मात्र घंटे दो घंटे में खोल दी जाती हैं । उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस को अपना जमाना याद करना चाहिए जब एक एक महीने तक सड़के बंद रहती थी । उन्होंने सलाह देते हुए कहा, सड़क बंद के साथ सड़क खुलने की वीडियो भी उन्हे डालनी चाहिए ताकि बाहर से आने वाले लोग भ्रमित न हो और राज्य की छवि प्रभावित नही हो ।