ललितपुर: ललितपुर जिले से अंधविश्वास का चौकाने वाला मामला सामने आया है। जिसमें एक युवक ने सावन के माह में भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए मंदिर में जाकर अपनी गर्दन पेड़ काटने वाली मशीन से काट ली। जिससे वह गम्भीर रुप से घायल हो गया। जानकारी होते ही परिवार वाले आनन-फानन में उसे उपचार के लिए झांसी मेडिकल कालेज ले गए। जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई है।
पलटूराम ने मंदिर में काटी गर्दन
घटना ललितपुर जिले के ग्राम रघुनाथपुरा इलाके की है। यहां रहने वाले पलटूराम कुशवाहा का 30 वर्षीय बेटा दीपक कुशवाहा मजदूरी कर अपना और परिवार का भरण पोषण करता है। पिता पलटूराम के अनुसार दीपक के दो बच्चे हैं। पिता ने बताया कि दीपक भगवान भोलेनाथ का भक्त है। वह काफी समय से भगवान भोलेनाथ की सुबह-शाम पूजा अर्चना करता था। पिछले कुछ महीनों से वह कह रहा था कि अपनी गर्दन काटकर वह भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न करेगा। उन्होंने दीपक को काफी समझाया लेकिन वह समझने का तैयार नहीं था।
जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा
वह एक नोटबुक में भगवान भोलेनाथ से जुड़े मंत्र और बातें लिखता था। इस नोट बुक में एक जगह लिखा कि भगवान भोलेनाथ को शीश आर्पित करेंगा। पिता का कहना है आज सुबह लगभग 4 बजे वह क्षेत्र में स्थित भगवान भोलेनाथ के मंदिर गया। जहां उसने पेड़ काटने वाली मशीन से भगवान भोलेनाथ के चबूतरे के समक्ष गर्दन काट ली और बोला जय भोलेनाथ। जिसकी आवाज घूमने गए ग्रामीणों ने सुनी और मंदिर में जाकर देखा तो दीपक खून से लथपथ पड़ा हुआ था। जानकारी होते ही परिवार के सदस्य मौके पर पहुंचे और आनन-फानन में उपचार के लिए उसे झांसी मेडिकल कालेज ले आए। जहां उसका उपचार चल रहा है।