बुलंदशहर: करीब चार माह से पति को अगवा बताने वाली महिला ने जनपद पुलिस को खूब अंगुलियों पर नचाया। सफेदपोश, किसान और व्यापारिक संगठनों के बलबूते पति को अगवा घोषित कर दिया और गांव के ही दो लोगों को जेल भिजवा दिया। एसएसपी का माथा ठनका तो अगवा पति की खोज के लिए सिकंदराबाद पुलिस को लगाया। अगवा पति सिकंदराबाद पुलिस ने इटावा से बरामद कर लिया है। पुलिस अब झूठी शिकायत करने वालों पर शिकंजा कसने की तैयारी कर रही है।
सिकंदराबाद कोतवाली क्षेत्र के गांव भराना निवासी विजयपाल मजदूरी करता था। करीब चार माह पूर्व विजयपाल गांव का ही हरवीर पुत्र राजपाल अपने साथ काम पर ले गया था। जनपद गौतमबुद्ध नगर के खेरली नहर पर जाकर हरवीर और रोहित पुत्र रामसिंह निवासी गांव नूरपुर ने विजयपाल के साथ शराब पी। हरवीर और रोहित अपने अपने घरों को लौट गए। जबकि विजयपाल घर नहीं लौटा।
सिकंदराबाद कोतवाली प्रभारी राजपाल तोमर ने बताया कि गांव में दोनों पक्षों में तनातनी चल रही थी। भराना गांव में हुई पंचायत में कुछ लोगों ने हरवीर और रोहित के साथ वीजपाल को देख लेने का दावा किया था। जिसके बाद दोनों आरोपितों को दो दिन पूर्व जेल भेज दिया। राजपाल तोमर ने अगवा विजयपाल को पत्नी का फोन सर्विलांस पर लगा दिया। सोमवार की शाम विजयपाल ने पत्नी पूजा को फोन किया और दोनों में हुई बातचीत के आधार पर पुलिस ने जनपद इटावा से एक ईंट भट्ठे पर मजदूरी कर रहे अगवा विजयपाल को हिरासत में ले लिया और 164 के बयान दर्ज कराए। कोतवाली निरीक्षक ने बताया की झूठा मुकदमा दर्ज कराने वाली पत्नी और उसके सहयोगियों के खिलाफ कारवाई की जाएगी।