PM मोदी ने बैहक मे दी मंत्रियों को सलाह: ‘सनातन पर बयान का सख्ती से दें जवाब, इंडिया बनाम भारत पर बोलने से बचें’…

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नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को मंत्रियों के साथ बैठक की. इसमें उन्होंने मंत्रियों को दो बड़े संदेश दिए. पीएम मोदी ने NDA के मंत्रियों से कहा कि सनातन धर्म पर उदयनिधि के बयान का सही से (तथ्यों के साथ) जवाब दिया जाए. इसी के साथ पीएम मोदी ने मंत्रियों से कहा कि वे इंडिया बनाम भारत के विवाद में बयानबाजी न करें. मतलब जिन्हें अधिकृत किया जाए केवल वही बोलें.
इसी के साथ जी-20 की बैठक को लेकर पीएम मोदी ने सभी मंत्रियों को दिल्ली में मौजूद रहने को कहा है. यही नहीं उन्होंने मंत्रियों से कहा है कि जिनकी ड्यूटी विदेशी राष्ट्राध्यक्षों, डेलीगेट के साथ लगी है वो उस देश की संस्कृति, रहन सहन, खान-पान की बुनियादी जानकारी पहले से कर लें.
पीएम मोदी की इन टिप्पणियों से साफ हो गया कि सनातन धर्म पर उदयनिधि के बयान को बीजेपी बड़ा मुद्दा बनाने के मूड में है. बता दें कि तमिलनाडु के सीएम स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन ने सनातन की तुलना डेंगू से कर दी थी.

उदयनिधि ने क्या कहा था?
तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने कहा था, ‘सनातन का बस विरोध नहीं किया जाना चाहिए, इसे समाप्त ही कर देना चाहिए. ये धर्म सामाजिक न्याय और समानता के खिलाफ है. हम डेंगू, मलेरिया या कोरोना का विरोध नहीं कर सकते, हमें इसे मिटाना है. इसी तरह हमें सनातन को भी मिटाना है.’
इसपर बीजेपी के साथ-साथ धर्म गुरुओं ने भी उदयनिधि को घेरा हुआ है. उदयनिधि के बहाने विपक्षी पार्टियों के गठबंधन I.N.D.I.A. पर भी सवाल उठे. स्टालिन की पार्टी DMK भी I.N.D.I.A. गठबंधन का हिस्सा है. बीजेपी और धर्म गुरुओं का कहना था कि धर्म के खिलाफ इस तरह के बयान नहीं दिए जाने चाहिए. चौतरफा हमलों के बाद कांग्रेस समेत दूसरी पार्टियों ने उदयनिधि के बयान से खुद को अलग कर लिया था. वहीं उदयनिधि फिलहाल अपने बयान पर कायम हैं.

इंडिया बनाम भारत पर हंगामा जारी
सनातन धर्म पर मचे हंगामे के बीच इंडिया बनाम भारत की बहस भी चल रही है. दरअसल, जी-20 बैठक के लिए राष्ट्रपति भवन की तरफ से निमंत्रण पत्र जारी हुए थे. इसमें 9 सितंबर को राष्ट्रपति भवन में होने वाले कार्यक्रम के लिए जारी न्योते के ऊपर लिखा है- द प्रेसिडेंट ऑफ भारत.
इसके बाद कांग्रेस की तरफ से बहस छेड़ दी गई कि सरकार I.N.D.I.A. गठबंधन से डर गई है और देश का आधिकारिक नाम INDIA से बदलकर भारत कर देना चाहती है. इसके बाद खबरें आईं कि अगले हफ्ते जो संसद का विशेष सत्र बुलाया गया है उसमें इंडिया का नाम बदलकर भारत करने का प्रस्ताव लाया जा सकता है.
संसद में ऐसा कोई प्रस्ताव आएगा या नहीं ये तो अभी साफ नहीं है. लेकिन इस बीच मंगलवार को ही जी-20 कार्यक्रम के नए देहरादून: देश में इन दिनों दो मुद्दों के कारण राजनीतिक पार्टियों का माहौल गरमाया हुआ है. एक तरफ जहां भारत बनाम INDIA के मामले पर सभी पार्टियों के नेता एक दूसरे पर कटाक्ष कर रहे हैं, वहीं तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे और तमिलनाडु के खेल मंत्री उदयनिधि स्टालिन का सनातम धर्म पर दिया विवादित बयान चर्चाओं में है. इन दोनों ही मामलों पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है.पहचान पत्र सामने आए थे. इनपर अब ‘भारत के अधिकारी’ लिखा हुआ है. जबकि पहले ऐसे कार्ड्स पर Indian official लिखा होता था.

एक और बात सामने आई थी. इसमें पता चला था कि देश के नाम की जगह भारत लिखना मोदी सरकार पहले ही शुरू कर चुकी थी. दरअसल, जब पीएम मोदी पिछले महीने साउथ अफ्रीका और ग्रीस के दौरे पर गए थे. तब उनके फंक्शन नोट्स पर भी भारत के प्रधानमंत्री लिखा हुआ था. लेकिन इसपर ध्यान अब गया.

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