कोटद्वार: प्रदेश में डेंगू अपना जमकर कहर बरपा रहा है. जिससे पहाड़ी और मैदानी क्षेत्रों में कोहराम मचा हुआ है. ऐसे में उत्तराखंड के स्वास्थ्य सचिव डॉक्टर आर राजेश कुमार चंद्रमोहन सिंह नेगी राजकीय बेस अस्पताल पहुंचे और डेंगू नियंत्रण व्यवस्थाओं का जायजा लिया. इसी बीच मातृ जननी प्रसव योजना और सरकारी योजनाओं की जानकारी न देने पर महिला डॉक्टर, स्वास्थ्य कर्मी और आशा वर्कर को स्वास्थ्य सचिव ने फटकार लगाई.
स्वास्थ्य सचिव डॉक्टर आर राजेश कुमार ने बताया कि स्वास्थ्य सेवा में लापरवाही करने वाले कर्मियों के खिलाफ रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं. जनपद में 121 मरीज डेंगू से पीड़ित हैं. साथ ही क्षेत्र में 5 से अधिक डेंगू मरीजों वाला क्षेत्र कम्पोमेंट जोन बनाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि राजधानी में 5 से अधिक डेंगू मरीज पाए जाने पर कम्पोनेंट जोन बना दिए गए हैं.
कोटद्वार राजकीय बेस चिकित्सालय में 15 मरीज डेंगू के भर्ती हैं. पैथोलॉजी टेस्ट में 36 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है. पूरे प्रदेश में डेंगू ने अपने पैर पसार लिए हैं. जिससे अस्पतालों के बाहर जांच कराने के लिए मरीजों की लंबी-लंबी लाइनें लगी हुई हैं.
उत्तराखंड स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि कोटद्वार बेस अस्पताल पैथोलॉजी टेस्ट और अलाइजा टेस्ट रिपोर्ट में निगेटिव पर पैथोलॉजी विभाग व जिला मुख्य चिकित्साधिकारी को दोबारा से उचित जांच रिपोर्ट प्रेषित करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने बताया कि अस्पताल में मरीजों की संख्या के अनुरूप डॉक्टर नहीं है. आगामी दिनों में चिकित्सालय में सभी पदों पर भर्ती करना अनिवार्य किया जाएगा.