न्यूज़ डेस्क: पाकिस्तान की माली हालत गर्त में है। देश की सबसे बड़ी एयरलाइंस पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस डूबने वाली है। आलम यह है कि पाकिस्तान की सरकार के पास उड़ान भर चुके विमानों में ईंधन भरवाने के लिए भी पैसे नहीं हैं। मित्र देश कहे जाने वाले यूएई और सऊदी ने पाकिस्तान के विमानों अपने एयरपोर्ट्स पर खड़ा करा लिया। क्योंकि एयरलाइंस के पास ईंधन भरवाने के बाद उसकी कीमत चुकाने के लिए पैसे नहीं थे। पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (PIA) ने कहा है कि उसने अपने कुछ विमानों को अस्थायी रूप से खड़ा कर दिया है। भुगतान किए जाने के बाद वे वापस उड़ान भरेंगे।
मंत्रालय ने जारी की चेतावनी
विमानन मंत्रालय ने पिछले हफ्ते एक चेतावनी जारी की। जिसमें संघीय सरकार को बताया गया कि पीआईए वर्तमान में गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहा है। इसलिए लेनदारों, विमान पट्टेदारों, ईंधन आपूर्तिकर्ताओं, बीमाकर्ताओं, अंतरराष्ट्रीय और घरेलू हवाईअड्डे ऑपरेटरों को भुगतान नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे में पांच विमानों को खड़ा करना पड़ रहा है।
विमानन मंत्रालय ने खुलासा किया कि बोइंग और एयरबस सितंबर के मध्य तक स्पेयर पार्ट्स की आपूर्ति बंद करने की कगार पर थे। इन चुनौतियों पर विचार करते हुए मंत्रालय ने 23 अरब रुपये के तत्काल नकद इंजेक्शन और घरेलू एजेंसियों के लिए शुल्क, कर और सेवा शुल्क को सस्पेंड करने का अनुरोध किया।
100 मिलियन डॉलर तुरंत भुगतान करना है
रिपोर्ट के अनुसार, पीआईए को लगभग आधा दर्जन लीजिंग फर्मों को तुरंत कम से कम 100 मिलियन डॉलर का भुगतान करना है, जो उसने विमान, हवाई अड्डे के अधिकारियों, विमान के पुर्जों और अन्य को किराए पर देने के लिए ली हैं। पीआईए की देनदारियां बढ़कर 743 अरब रुपये या 2.5 अरब डॉलर हो गई हैं, जो इसकी कुल संपत्ति से पांच गुना अधिक है।
सरकार की एयरलाइन में 92 फीसदी हिस्सेदारी
पाकिस्तान सरकार की पीआईए में 92 प्रतिशत हिस्सेदारी है। एयरलाइन के एक अधिकारी ने चेतावनी दी है कि अगर एयरलाइंस को इमरजेंसी फंड उपलब्ध नहीं कराया गया तो 15 सितंबर तक उड़ानें सस्पेंड हो सकती हैं।