देहरादून: भाजपा ने धर्मान्तरण कानून में संशोधन को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की आपत्ति को “चोर की दाढ़ी में तिनका” जैसी मंशा वाला बताया है । प्रदेश प्रवक्ता सुरेश जोशी ने आरोप लगाते हुए कहा, देवभूमि में जबरन धर्मान्तरण पर रोक लगाने वाले सख्त कानून का विरोध करना साबित करता है कि कांग्रेस का हाथ है धर्मांतरण कराने वालों के साथ। सुरेश जोशी ने बयान जारी करते हुए कहा कि राज्य निर्माण से पहले से ही प्रदेश में मिशनरी व कट्टर अल्पसंख्यक व्यक्तियों व संस्थाओं द्वारा जबरन या प्प्रलोभन से धर्म परिवर्तन की घटनायें सामने आती रही है जिस पर भाजपा के शासनकालों में कड़ी कार्यवाही की गयी ।
इस प्रकार के प्रकरणों पर रोक लगाने व धर्मान्तरण की गैरकानूनी गतिविधियों में लिप्त लोगों में कानून का खौफ पैदा करने के लिए सख्त कानून की आवश्यकता महसूस की जा रही थी । इसी जन आकांक्षाओं को पूर्ण करने का काम पुष्कर सिंह धामी की सरकार ने किया है । उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि चूंकि कांग्रेस के लिए यह चिंता का विषय नही है क्योंकि उन्हें समुदाय विशेष के ही वोटों की चिंता रहती है । लिहाजा धर्मान्तरण कानून संशोधन पर उनका शंका करना साबित करता है कि देवभूमिवासियों की धार्मिक पवित्रता व सांस्कृतिक पहचान कांग्रेस की प्राथमिकता में है ही नही, उनकी एक ही प्राथमिकता है तुष्टिकरण की नीति ।
उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष की शंका का जबाब देते हुए कहा कि इस कानून का टारगेट सिर्फ वे लोग हैं जो आम लोगों की मजबूरी व सरलता का फायदा उठाकर या धन आदि के प्रलोभन व अनैतिक दबाब बनाकर धर्म परिवर्तन के गैरकानूनी कामों में लिप्त हैं या ऐसे अपराधी लोगों को संरक्षण दे रहे हैं । लिहाजा कांग्रेस पार्टी को विचार करना होगा कि वह टारगेट पर है या नही ।