जयपुर : हनुमान गढ़ राजस्थान में एक स्कूल के टॉयलेट में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं. यह कैमरे खुद स्कूल के प्रिंसिपल ने लगवाए हैं. यही नहीं, इन कैमरों का एक्सेस प्रिंसिपल ने अपने मोबाइल फोन में लिया है. छात्रों की आपत्ति के बाद जब बाल कल्याण समिति ने इस संबंध में प्रिंसिपल से पूछताछ की तो उन्होंने अजीब तर्क दिए. कहा कि छात्र टॉयलेट में आकर नशा करते हैं और दीवारों पर अभद्र भाषा लिखते हैं. यही नहीं, परीक्षाओं के दौरान यहां से चीटिंग भी करते हैं.
मामला हनुमानगढ़ जंक्शन के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय फोर्ट स्कूल का है. छात्रों के मुताबिक चूंकि टॉयलेट में लगे सीसीटीवी कैमरों का एक्सेस प्रिंसिपल के मोबाइल फोन में है, इसलिए वह हमेशा टॉयलेट पर नजर रखती हैं. कहा कि इस आशंका के चलते वह ठीक से शौच भी नहीं कर पाते. इन परिस्थितियों में परेशान छात्रों ने एक बार प्रिंसिपल से शिकायत करने की कोशिश की, लेकिन आरोप है कि प्रिंसिपल ने उन्हें डांट फटकार कर भगा दिया था.
इसके बाद छात्रों ने पहले अपने परिजनों को और परिजनों के साथ ही बाल कल्याण समिति में आकर शिकायत दी है. इस शिकायत के बाद बाल कल्याण समिति के सदस्य विजय सिंह चौहान ने मंगलवार को प्रिंसिपल अंजना गुप्ता से पूछताछ की. विजय सिंह चौहान के मुताबिक इस पूछताछ के दौरान प्रिंसिपल ने अजीब अजीब तर्क दिए हैं. प्रिंसिपल ने उन्हें बताया कि बच्चों में बढ़ रही नशे की प्रवृत्ति को रोकने के लिए यह कदम उठाया है. कई छात्र नशे की गिरफ्त में हैं.
इसके अलावा कुछ शरारती छात्र टॉयलेट की दीवारों पर अभद्र संदेश लिख देते हैं. इससे दूसरे छात्रों को शर्मसार होना पड़ता है. ऐसे में कैमरे लगने से टॉयलेट में आने वाले छात्रों की हरकत पर नजर रहेगी. बाल कल्याण समिति सदस्य विजय सिंह चौहान ने बताया कि सीसीटीवी कैमरे लगाने पर कोई ऐतराज नहीं है. लेकिन उसका ऐंगल ऐसा होना चाहिए कि छात्रों की निजता का हनन ना हो.