सुपौल: बिहार के सुपौल से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है यहाँ एक कलयुगी मां ने अपनी 4 महीने की बेटी को नहर के पास झाड़ियों में फेंक दिया तथा प्रेमी देवर संग फरार हो गई। बच्ची को लावारिस पड़ा देख मौके पर भीड़ इकट्ठा हो गई तथा पुलिस को इसकी खबर दी गई। रतनपुर थाना अध्यक्ष कृष्ण कुमार सिंह दलबल के साथ मौके पर पहुंचे। इस के चलते बच्ची के मिलने की खबर चाइल्ड लाइन सुपौल को भी दी गई। चाइल्ड लाइन सुपौल की टीम ने समदा पहुंचकर बच्ची को अपने हिरासत में लिया।
वही यह मामला रतनपुरा थाना इलाके के भगवानपुर पंचायत समदा वार्ड 12 का है। कहा जा रहा है कि एक महिला खेत में काम कर रही थी। इस के चलते उसे बच्चे के रोने की आवाज सुनाई दी। महिला ने देखा कि मासूम बच्ची झाड़ियों में पड़ी रो रही है। तुरंत ही उसने ग्रामीणों को इस घटना के बारे में बताया गया। गांव के लोगों ने बच्ची की पहचान गांव के ही धीरेंद्र सादा की बेटी के तौर पर की। गांव के लोगों ने पुलिस को बताया कि धीरेंद्र सादा अन्य राज्य में मजदूरी करता है तथा उनकी पत्नी सुनीता देवी का प्रेम प्रसंग उसके देवर सुभाष सादा के साथ चल रहा है। देवर के प्रेम में उसने अपनी 4 महीने की मासूम बच्ची को नहर के पास झाड़ियों फेंक दिया।
ग्रामीण वीणा देवी ने कहा- बच्ची बारिश के पानी में पूरी तरह भीग गई थी। उसके शरीर पर चींटी तथा कीड़े-मकोड़े चल रहे थे। बच्ची को उठाकर गांव लाया गया। उसकी साफ सफाई के बाद बच्ची को दूध पिलाया गया। बाल कल्याण समिति सुपौल के कार्यपालक सहायक संतोष कुमार ने बताया कि बच्ची को मेडिकल जांच के पश्चात् बाल कल्याण समिति में भेज दिया गया है। संस्था में शून्य से 6 वर्ष तक के बच्चों का देखभाल की जाती है। अखबारों में विज्ञापन निकाला जाएगा। कोई दावा करेगा तो जांच के पश्चात् उसे सौंप दिया जाएगा। यदि 90 दिनों तक दावा नहीं किया जाता है तो बच्ची को कानूनी तौर पर स्वतंत्र किया जाएगा। जो ऑनलाइन आवेदन करेगा, उन्हें बच्ची को गोद में दे दिया जाएगा।