ग्वालियर : हावड़ा से ग्वालियर जाने वाली चंबल एक्सप्रेस के जनरल डिब्बे में चढ़े पांच सपेरों ने कोच में सांप छोड़ कर हड़कंप मचा दिया. रिपोर्ट्स के मुताबिक, यात्रियों ने सपेरों को पैसे नहीं दिए. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि सपेरें प्रत्येक सीट पर जाकर सांपों के लिए दान मांग रहे थे, लेकिन जब उन्हें पर्याप्त दान नहीं मिला तो कथित तौर पर सांपों को ट्रेन के डिब्बे में खुला छोड़ दिया. यह घटना ट्रेन के उत्तर प्रदेश में महोबा पहुंचने से पहले हुई.
कई यात्रियों ने सपेरों को पैसा देने से इनकार कर दिया था, लेकिन उन्हें क्या पता था कि उनके इनकार से इतना बवाल मच जाएगा. हड़कंप मचने के बाद सपेरों की सूचना तुरंत रेलवे कंट्रोल रूम को दी गई.
आधे घंटे तक मची रही अफरातफरी
30 मिनट तक ट्रेन के जनरल डिब्बे में अफरातफरी मची रही. कई यात्रियों में ऊपर की बर्थ पर चढ़ने के लिए हाथापाई हो गई. एक यात्री ने बताया, ‘कुछ लोग डर के मारे शौचालय में भी छुप गए थे. हालांकि, ट्रेन के अगले स्टेशन पर पहुंचने से पहले वे (सपेरें) कोच से कूद कर भागने में कामयाब रहे.’
दूसरे डिब्बे में शिफ्ट हुए यात्री
झांसी स्टेशन पर दिए गए आदेश के अनुसार सभी यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, उन्हें दूसरे डिब्बे में शिफ्ट कर दिया गया था. साथ ही जीआरपी ने कोच में घुसकर सांपों को तलाश किया, लेकिन कुछ पता नहीं चला. अज्ञात सपेरों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है.
क्या हुआ था?
मालकापुर के रहने कुमार ने मीडिया को बताया, ‘महोबा स्टेशन पर सपेरें जनरल डिब्बे में चढ़े थे. उन्होंने ट्रेन में सांपों को निकाल कर सभी यात्रियों के सामने प्रदर्शन किया. उसके बाद सभी यात्रियों से घूम-घूम कर पैसे मांगने लगे. कुछ यात्रियों ने पैसा तो दिया और कुछ लोगों ने पैसा देने से इनकार कर दिया. इस पर सपेरें भड़क गए और सांपों को ट्रेन के डिब्बों में खुला छोड़ दिया. जिसके बाद काफी अफरातफरी मच गई, हालांकि महोबा स्टेशन पर ट्रेन के पहुंचने से पहले सपेरें ट्रेन से कूद कर भागने में कामयाब हो गए.’