मुंगेर: बिहार के मुंगेर सदर अस्पताल में तैनात डॉक्टर और मुंगेर बीजेपी विधायक के बीच झड़प का मामला सामने आया है. दोनों ने एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगाए हैं. डॉक्टर का कहना है कि विधायक ने वार्ड में घुसकर उसका कॉलर पकड़ा. साथ ही गला दबाया और गाली गलौज किया. वहीं, विधायक ने मारपीट की बात से इनकार करते हुए डॉक्टर पर बदतमीजी करने का आरोप लगाया है.
मामला मुंगेर सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड का है. वार्ड उस समय अखाड़ा बन गया जब गुस्से में मुंगेर बीजेपी विधायक प्रणव कुमार किसी मामले को लेकर ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर कुमार शानू से भिड़ गए. इससे वार्ड में करीब एक घंटे तक अफरा-तफरी का माहौल रहा. विधायक और डॉक्टर ने एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगाए हैं.
मुंगेर सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड से बीजेपी MLA प्रणव कुमार की दबंगई
मरीज का हाल जानने पहुंचे थे विधायकडॉक्टर ने MLA से बात करने से किया इंकार तो भिड़ गए विधायक
इमरजेंसी वार्ड में तैनात डॉक्टर और मुंगेर भाजपा विधायक के बीच झड़प
डॉक्टर ने विधायक पर गाली देने और गर्दन पकड़ने… pic.twitter.com/yEd4k6TRey
— FirstBiharJharkhand (@firstbiharnews) October 9, 2023
‘कुछ देर बाद विधायक की गाड़ी वार्ड के सामने रुकी‘
डॉक्टर शानू का कहना है कि एक मरीज, जो न्यूरो का केस था, उसे रेफर कर दिया था. इतने में मरीज के परिवार वालों ने कहा कि विधायक से बात कर लीजिए. इस पर उसने कहा कि वो बात करने के लिए ऑथराइज नहीं है. इसके बाद परिजन ने नाम पूछा तो उसने जवाब दिया कि नाम से क्या करना है.
मरीज को लेकर हायर सेंटर जाइए. इसके बाद वो लोग चले गए. कुछ देर बाद मुंगेर विधायक की गाड़ी आकर वार्ड के सामने रुकी. गाड़ी से उतरकर विधायक ने वार्ड में घुसते ही गाली गलौज की और कॉलर पकड़ लिया. इससे उसका गला दबने लगा. काफी देर तक विधायक ने अभद्रता की.
डॉक्टर से बात करनी चाही तो उसने बदतमीजी की
इसके बाद उसने इसकी सूचना सिविल सर्जन, डीएस और थाने को दी. डॉक्टर का कहना है कि उन्होंने कहा कि मुंगेर में आए दिन गोलीबारी की घटना और मर्डर होते रहते हैं. उन्होंने जान से मारने की धमकी दी है. इस वजह से डर लग रहा है. हो सकता है विधायक का कोई आदमी उठा ले और मार दे. विभाग मुंगेर से ट्रांसफर कर दे, वरना नौकरी से त्यागपत्र दे दूंगा.
इस मामले में बीजेपी विधायक ने कहा कि एक मरीज के संबंध में चिकित्सीय सलाह के लिए डॉक्टर से बात करनी चाही तो उसने बात नहीं की और न ही अपना नाम बताया. इसके बाद सदर अस्पताल पहुंचा और डॉक्टर से बात करनी चाही. इस पर उसने काफी बदतमीजी की. डॉक्टर के साथ मारपीट जैसी कोई घटना नहीं हुई है.
‘शिकायत मिलने पर कार्रवाई की जाएगी‘
एक प्रत्यक्षदर्शी का कहना है कि विधायक का इस तरह का व्यवहार कहीं से जायज नहीं है. जिस ढंग से विधायक ने डॉक्टर का कॉलर पकड़ा, वो भी न्याय संगत नहीं है. इस मामले में सीएस पीएम सहाय ने बताया की मामले की जांच की जाएगी. दोनों पक्षों से जानकारी लेकर कार्रवाई की जाएगी. डॉक्टर ने अभी तक कोई लिखित शिकायत नहीं दी है. शिकायत मिलने पर सीसीटीवी फुटेज के आधार पर कार्रवाई की जाएगी.