बिरयानी बेचने वाले के पास मिले 1.47 करोड़ कैश, 30 UPI QR कोड, छापा मारने वाली वाणिज्यिक कर विभाग की टीम हैरान…

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बेंगलुरु: कर्नाटक वाणिज्यिक कर विभाग की ओर से होसकोटे में रेड की गई है। यहां कई बिरयानी विक्रेताओं पर कर चोरी के मामले में कार्रवाई की गई है। बेंगलुरु के सेंट्रल बिजनेस डिस्ट्रिक्ट से होसकोटे की दूरी लगभग 30 किलोमीटर है। जहां पर वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) चोरी का खुलासा कर विभाग की ओर से किया गया है।

होसकोटे को देर रात और सुबह के समय ड्राइव के तौर पर बिरयानी प्रेमियों के लिए आकर्षित जगह माना जाता है। कर्नाटक के वाणिज्यिक कर आयुक्त सी शिखा ने मामले की पुष्टि की है। विजिलेंस की 50 सदस्यीय टीम की ओर से रेड की गई है। जिसके बाद कर चोरी के मामले सामने आए हैं।

इस दौरान एक बिरयानी विक्रेता मालिक के घर से 1 करोड़ 47 लाख रुपये कैश मिला है। आयकर विभाग की ओर से आरोपी के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी गई है। आयुक्त शिखा ने कहा कि आरोपी कैश लेनदेन के अलावा कई यूपीआई खातों के माध्यम से पेमेंट ले रहा था। बार-बार खाते बदलने की बात भी सामने आई है।

शिखा ने बताया कि प्लानिंग के तहत टर्नओवर को छिपाने और कर देने से बचने के लिए खेल किया जा रहा था। आरोपी के पास लेन-देन का कोई रिकॉर्ड भी नहीं मिला है। न ही बेचे जा रहे सामान के बिल दिए जा रहे थे। विभाग कर चोरी के तरीकों को लेकर लगातार नजर रख रहा है।

कैश को लेकर विभाग की ओर से तय नहीं लिमिट

घर पर मिले कैश के बारे में एक अफसर ने बताया कि अभी इसकी कोई लिमिट तय नहीं है। घर पर कैश को लेकर आयकर अधिनियम में कुछ स्पष्ट नहीं किया गया है। लेकिन विभाग की ओर से मिले कैश के बारे में पूरी पूछताछ की जाती है।

संबंधित व्यक्ति को इसके बारे में बताना होता है। अगर नकदी का हिसाब-किताब मिलता है, तो व्यक्ति को कोई दिक्कत नहीं होती है। इस दौरान यूपीआई खातों से कर चोरी और लेन-देन से जुड़े कई तथ्यों के बारे में पता लगा है।

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