गाजियाबाद: इंटरनेट पर एक वीडियो सामने आया है जिसमें एक महिला ई-रिक्शा चालक कथित तौर पर एक ट्रैफिक पुलिसकर्मी के साथ मारपीट कर रही है क्योंकि उसने उससे अपना ई-रिक्शा हटाने के लिए कहा था. मिथिलेश नाम की महिला चालक को बुधवार को गिरफ्तार कर लिया गया और उसका ई-रिक्शा, जो बिना पंजीकरण नंबर प्लेट के चल रहा था, जब्त कर लिया गया. घटना का वीडियो क्लिप जंगल की आग की तरह इंटरनेट पर वायरल हो गया है. पुलिस के अनुसार, यह घटना मंगलवार को गाजियाबाद में हुई जब ट्रैफिक पुलिसकर्मी विजय कांत सिंह ने हेड कांस्टेबल दिलीप कुमार के साथ महिला को अपना ई-रिक्शा ट्रांसफर करने के लिए कहा क्योंकि इससे ट्रैफिक जाम हो रहा था.
उत्तर प्रदेश गाजियाबाद के NH9 कनवानी पुस्ता रोड पर ट्रैफिक पुलिस कर्मी दरोगा से ई रिक्शा चालक महिला भिड़ी आपस में जोरदार मारपीट की गई जिसमें हाथ चप्पल जूते सब चले pic.twitter.com/17CouYyVTN
— Mαɳιʂԋ Kυɱαɾ αԃʋσƈαƚҽ 🇮🇳🇮🇳 (@Manishkumarttp) October 11, 2023
पुलिसकर्मी से भिड़ गई ई-रिक्शा ड्राइवर
इससे महिला नाराज हो गई और उसने पुलिसकर्मी को पीटना शुरू कर दिया. पुलिस ने बताया कि उसने एक वायरलेस सेट को भी सड़क पर फेंककर क्षतिग्रस्त कर दिया. महिला ई-रिक्शा चालक ने ट्रैफिक पुलिसकर्मी की पिटाई की. एडिशनल डीसीपी (ट्रैफिक) रामानंद कुशवाह के मुताबिक, मिथिलेश ने अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया, चप्पल लहराई और मौके से भाग गई. उनके बयान के अनुसार, ट्रैफिक एसआई सिंह और हेड कांस्टेबल कुमार ने आक्रामक प्रतिक्रिया देने से परहेज किया. जैसा कि पुलिस ने बताया है, महिला की हरकतों के परिणामस्वरूप उसने ट्रैफिक पुलिसकर्मी को धक्का दिया, जिससे वह सड़क पर गिर गया और उसकी पीठ पर चोटें आईं.
वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर हो गई वायरल
ई-रिक्शा चालक के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 332 (किसी लोक सेवक को रोकने के लिए जानबूझकर चोट पहुंचाना) और धारा 353 (लोक सेवक को कार्यमुक्त करने से रोकने के लिए हमला या आपराधिक बल का प्रयोग) सहित कई धाराओं को लागू करते हुए एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी. ट्रैफिक पुलिसकर्मी ने अपनी शिकायत में बताया कि इस घटना को कैद करने वाली एक वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है, जिससे पुलिस विभाग की प्रतिष्ठा पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है.