श्योपुर: आमतौर पर माना जाता है कि कुत्ते बड़े वफादार होते हैं. लेकिन क्या आपने कभी भैंसों की वफादारी के बारे में सुना है. अगर नहीं तो हम आपको बताते हैं कि किस तरह मध्यप्रदेश के श्योपुर में भैंसों ने खूंखार जंगली भालू से भिड़कर अपने मालिक बुजुर्ग चरवाहे की जान बचाई. दरअसल, जिले के रिझेटा गांव निवासी राम प्रसाद रावत पर एक मादा भालू ने हमला कर दिया. लेकिन पास में चर रही उसकी भैंसों ने पलटवार कर भालू को खदेड़ दिया और बुजुर्ग रामप्रसाद की जान बच गई. भालू के हमले में जख्मी हुए चरवाहे को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
मामला मंगलवार की सुबह श्योपुर जिले के ओछापुरा थाना इलाके के जंगल से सटे हुए खेतों का है. जहां रोजाना की तरह अपनी भैंसों को चराने के लिए राम प्रसाद रावत पर जंगल की ओर से निकल कर गए. इसी दौरान बुजुगर् चरवाहे पर मादा भालू ने हमला कर दिया. भालू के साथ उसके दो बच्चे भी थे. जंगली जानवर ने बुजुर्ग चरवाहे के पैर और शरीर को नाखून से जख्मी कर उसकी जांघ को जबड़े से चबा लिया. इसी दौरान वहां घास चर रही चरवाहे की भैंसों ने जब देखा कि मालिक की जान खतरे में है, तो भैंसें उसे बचाने के लिए भालू से भिड़ गईं और उन्होंने भालू को खदेड़कर भगा दिया.
हमले में जख्मी हुआ बुजुर्ग चरवाहा कुछ देर तक तो लाठी के सहारे जंगल में चला. उसके बाद वह बेहोश हो गया. जिसे राहगीरों में रहने वाले लोगों ने इलाज के लिए जिला अस्पताल पहुंचाया. फिलहाल बुजुर्ग की हालत खतरे से बाहर है. जख्मी हुए चरवाहे राम प्रसाद रावत का कहना है कि भालू ने हमला कर दिया. लेकिन मेरे साथ मौजूद 20 भैंसों ने भालू को खदेड़ दिया और मेरी जान बच गई. मेरे परिजनों ने वन चौकी पर सूचना भी दी. लेकिन वन विभाग ने अब तक मेरी सुध नहीं ली है.