रुड़की: उत्तराखंड की मंगलौर विधानसभा सीट से बसपा विधायक सरवत करीम अंसारी का देहांत हो गया है. बसपा विधायक नोएडा के अस्पताल में भर्ती थे. अस्पताल में इलाज के दौरान ही उन्होंने दम तोड़ दिया. बताया जा रहा है कि बहुजन समाज पार्टी के MLA सरवत करीम अंसारी तीन दिन से वेंटिलेटर पर थे. सीएम धामी ने बसपा विधायक सरवत करीम अंसारी के निधन पर दुख जताया है. उधर यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने भी उनकी पार्टी के एमएलए के निधन पर दुख जताया है.
मंगलौर विधानसभा से विधायक एवं बसपा नेता श्री सरवत करीम अंसारी जी के असामयिक निधन का अत्यंत दुःखद समाचार प्राप्त हुआ।
ईश्वर से प्रार्थना है कि पुण्यात्मा को श्रीचरणों में स्थान एवं शोकाकुल परिजनों को यह असीम कष्ट सहन करने की शक्ति प्रदान करें।
।।ॐ शान्ति।। pic.twitter.com/wl03AiyM9m
— Pushkar Singh Dhami (Modi Ka Parivar) (@pushkardhami) October 30, 2023
बसपा विधायक सरवत करीम अंसारी का निधन
66 साल के अंसारी का मुंबई में लंबे समय से इलाज चल रहा था. इनकी बाईपास सर्जरी हुई थी, जिससे वो रिकवर कर ही रहे थे कि तीन दिन पहले फिर उन्हें नोएडा के फोर्टिस अस्पताल में भर्ती करवाया गया. जहां आज उनका निधन हो गया. मंगलौर विधायक सरवत करीम अंसारी के निधन की खबर उनके विधानसभा क्षेत्र में पहुंचते ही बसपा कार्यकर्ताओं में शोक की लहर फैल गई. पार्टी कार्यकर्ता अपने विधायक के निधन से गमगीन हो गए.
उत्तराखण्ड राज्य की विधान सभा सीट संख्या-33 मंगलौर, ज़िला-हरिद्वार से बीएसपी के विधायक श्री सरवत करीम अंसारी के अचानक निधन की ख़बर अति-दुःखद। उनके परिवार व क्षेत्र के लोगों के साथ-साथ उनके समस्त परिचित एवं चाहने वालों के प्रति मेरी गहरी संवेदना।
— Mayawati (@Mayawati) October 30, 2023
तीन दिन से वेंटिलेटर पर थे सरवत करीम अंसारी
ऐसी खबर है कि विधायक सरवत करीम अंसारी को बुखार था. जब बुखार ठीक नहीं हुआ तो वो इलाज के लिए दिल्ली चले गए. बुखार के साथ ही अंसारी को कई अन्य बीमारियां भी थी. तीन दिन पहले उनकी हालत जब ज्यादा बिगड़ गई तो उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया. डॉक्टरों ने सरवत करीम अंसारी को बचाने का हरसंभव प्रयास किया, लेकिन उन्हें बचा नहीं सके. आज सोमवार सुबह बसपा विधायक सरवत करीम अंसारी ने दिल्ली के अस्पताल में दम तोड़ दिया.
दो बार मंगलौर से विधायक रहे सरवत करीम अंसारी
सरवत करीम अंसारी मंगलौर से दो बार विधायक रहे. 2022 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी काजी मोहम्मद निज़ामुद्दीन को हराया था. बसपा विधायक अंसारी 8वीं पास थे. उन्हें बसपा का दमदार नेता माना जाता था. विधायक के निधन की खबर मिलते ही उनके आवास पर पार्टी नेताओं, कार्यकर्ताओं और समर्थकों का जमावड़ा लग गया.
मंगलौर सीट पर होता था रोमांचक मुकाबला
दो बार बसपा विधायक रहे सरवत करीम अंसारी जिस मंगलौर सीट पर चुनाव लड़ते थे, उस पर उनका और कांग्रेस के काजी मोहम्मद निजुमाद्दीन के बीच कड़ा मुकाबला होता था. 2012 विधानसभा चुनाव में सरवत करीम अंसारी ने कांग्रेस के काजी मोहम्मद निजामुद्दीन को हराया था. 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के काजी मोहम्मद निजामुद्दीन ने बसपा के सरवत करीम अंसारी को हराकर हिसात चुकता किया था. 2022 में बसपा से चुनाव लड़े सरवत करीम अंसारी ने कांग्रेस के काजी मोहम्मद निजामुद्दीन को फिर पटखनी दे दी थी.