उत्तरकाशी: उत्तरकाशी में दिवाली के दिन एक बड़ा हादसा हो गया है। उत्तरकाशी में सिल्क्यारा से डंडालगांव तक निर्माणाधीन सुरंग का एक हिस्सा ढह गया है। बताया जा रहा है इस हादसे में करीब 40 मजदूर फंस गए हैं। उत्तरकाशी जिले के डीएम और एसपी मौके पर मौजूद हैं। राहत कार्य के लिए एसडीआरएफ और पुलिस की राजस्व टीमें भी मौके पर मौजूद हैं। बचाव कार्य जारी है। NHDCL के पूर्व प्रबंधक ने बताया कि ब्रहम्खाल-पोलगांव निर्माणाधीन रोड टनल जो सिलक्यार से लगभग 2340 मीटर निर्माण की गयी है के सिलक्यार की तरफ से टनल के 270 मीटर भाग के पास 30 मीटर क्षेत्र में मलवा आने के कारण टनल के अन्दर की ओर लगभग 35-40 मजदूर फंसे हैं।
#Uttarakhand के उत्तरकाशी में निर्माणाधीन टनल का हिस्सा टूटा, बड़ी संख्या में मज़दूरों के फँसे होने की आशंका। सिलक्यारा-डंडालगांव के बीच सिलक्यारा की ओर से 150 मीटर आगे टनल टूटी। रेस्क्यू के लिए जिला प्रशासन के साथ SDRF, पुलिस की की टीमें मौके पर। pic.twitter.com/hd33dqeNvN
— Ajit Singh Rathi (@AjitSinghRathi) November 12, 2023
हादसे की सूचना मिलने पर सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि घटना के बाद से मैं लगातार अधिकारियों से संपर्क में हूं। हादसे की पूरी जानकारी है। एसडीआरएफ और एनडीआरएफ मौके पर मौजूद है। सभी की सुरक्षित वापसी के लिए प्राथर्ना कर रहे हैं।
उत्तरकाशी में सिलक्यारा-डंडालगांव के बीच निर्माणाधीन टनल के एक हिस्से के टूटने का समाचार प्राप्त हुआ है। सभी श्रमिकों को सुरक्षित निकालने हेतु रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है, इस विषय में जिलाधिकारी से बात कर रेस्क्यू मिशन को तेज करने का निर्देश दिया है।
ईश्वर से टनल में फँसे…
— Pushkar Singh Dhami (Modi Ka Parivar) (@pushkardhami) November 12, 2023
शिफ्ट चेंजिंग के दौरान हुआ हादसा
रात्रि शिफ्ट वाले श्रमिक टनल से बाहर आ रहे थे, अगली शिफ्ट वाले भीतर जा रहे थे। टनल के मुख्य द्वार से करीब 300 मीटर दूरी पर ऊपरी हिस्से से मलबा आने से टनल बंद हो गयी। यहां से करीब 2700 मीटर भीतर 40 से 50 मजदूर काम कर रहे थे। कार्यस्थल तक ऑक्सीजन आपूर्ति के लिए डाली गई लाइन भी मलबे से ध्वस्त हो गयी। हालांकि परियोजना के अधिकारी भीतर पर्याप्त मात्रा में पानी और ऑक्सीजन उपलब्ध होने का दावा कर रहे हैं।
फंसे मजदूरों को बाहर निकालने का एकमात्र विकल्प टनल से मलबा हटाना ही है। बताया जा रहा है कि जितना मलबा हटाया जा रहा है, उससे अधिक मलबा टनल के ऊपरी तरफ से आ जा रहा है। जिस जगह टनल में ऊपरी तरफ से मलबा आ रहा है, वहां कठोर चट्टान (हार्ड रॉक) नहीं है।
#Majoraccident #uttarkashi उत्तराखंड के उत्तरकाशी में एक टनल ढह गई, 40 से अधिक मजदूर फंसे, बचाव एंव राहत कार्य जारी pic.twitter.com/6bSXHOmLt6
— princy sahu (@princysahujst7) November 12, 2023
आलवेदर रोड प्रोजेक्ट के अंतर्गत हो रहा है इस सुरंग का निर्माण
इस प्रोजेक्ट की यह सबसे लंबी (साढ़े चार किलोमीटर ) डबल लेन सड़क सुरंग है। इसका करीब चार किलोमीटर निर्माण हो गया है। सुरंग के निर्माण में मजदूर दिन-रात जुटे रहते हैं। फरवरी 2024 तक इसकी खोदाई पूरी करने का लक्ष्य है।
यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर सिलक्यारा और जंगल चट्टी के बीच 4.5 किलोमीटर लंबी इस अत्याधुनिक सुरंग के निर्माण से गंगोत्री और यमुनोत्री के बीच की दूरी 26 किमी कम हो जाएगी।
यह सुरंग करीब 853 करोड़ की लागत से बन रही है। राजमार्ग और अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड (एनएचआइडीसीएल) की देखरेख में डबल लेन सुरंग देश की पहली अत्याधुनिक सुरंग न्यू ऑस्ट्रियन टनलिंग मेथड (एनएटीएम) से बनाई जा रही है। नवयुग इंजीनियरिंग कंपनी ने इसका निर्माण जनवरी, 2019 में शुरू किया था।