चिंतन शिविर मे CS ने अधिकारियों को लिया आड़े हाथ, बोले – काम को NO बोलने की नहीं, बल्कि रास्ता निकालने की मिलती है सैलरी…

खबर उत्तराखंड

देहरादून: लाल बहादुर शास्त्री अकादमी मसूरी में आज 22 नवंबर से उत्तराखंड सरकार की तीन दिवसीय चिंतन शिविर हो गया (Chintan Shivir Mussoorie) है. इस चिंतन शिविर में प्रदेश के विकास का रोड मैप पर और समस्याओं पर चर्चा की जाएगी. इस शिविर में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के अलावा प्रदेश के मुख्य सचिव और प्रदेश के तमाम जिले के जिलाधिकारी समेत शासन के बड़े अधिकारी मौजूद है. चिंतन शिविर के पहले दिन सूबे के मुख्य सचिव एसएस संधू ने बड़ा बयान दिया है.

चिंतन शिविर में अधिकारियों को संबोधित करते हुए मुख्य सचिव एसएस संधू (CS SS Sandhu big comment) ने कहा कि आईएएस अधिकारी फाइल पर नो करना ईगो समझते हैं. नकारात्मक रवैया रखते हैं और काम के निस्तारण के बजाय उसे ना कहने में अपनी पावर समझते हैं. मुख्य सचिव एसएस संधू ने कहा कि आईएएस अधिकारियों को यह लगता है कि किसी काम के लिए उनका न कहा जाए तो इसके उनकी ताकत झलकती है, जबकि मेरे हिसाब से आईएएस का मतलब होना चाहिए आई हेव अ सोल्यूशन.

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