न्यूज़ डेस्क: विधानसभा चुनाव 2023 में नंबर 7 ने बीजेपी को तीन राज्यों में जीत दिलाई है। इस नंबर का साल 2014 और 2023 विधानसभा चुनावों दोनों से गहरा संबंध है। दरअसल, अंक ज्योतिष के अनुसार साल 2014 नंबर 7 का वर्ष था। यह वही साल था जिसमें कांग्रेस की अगुवाई वाली यूपीए सरकार देश से आउट हुई थी। नरेंद्र मोदी पीएम बने थे और बीजेपी का नया फेज शुरू हुआ था।
नंबर सात केतु ग्रह का प्रतीक
अंक ज्योतिष Dr Raahul Singh के अनुसार यह नंबर 7 कांग्रेस के लिए अशुभ था। साल 2023 का भी नंबर 7 है। यह नंबर सात केतु ग्रह का प्रतीक है और यह सरप्राइज देने के लिए जाना जाता है। यही वजह है कि इस बार विधानसभा चुनावों में हमें अप्रत्याशित नतीजे देखने को मिल हैं।
यह एक लूप है और एक समान घटनाओं का कारण बनता है
अंक ज्योतिष के अनुसार केतु ग्रह के अनुसार नंबर सात से स्पष्ट संकेत था कि यह कुछ अपवादों को छोड़कर कांग्रेस और उसके सहयोगियों को झटका और आश्चर्य देगा। अंक ज्योतिष से जुड़ी फेमस बुक कबला में प्रसिद्ध मनोवैज्ञानिक कार्ल जंग द्वारा प्रतिपादित समकालिकता के नियम का उल्लेख किया गया है। यह एक लूप है और वह समान घटनाओं का कारण बनता है।
आने वाले दिनों में कई नए सरप्राइज
इसी तरह पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में अमित शाह की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है और उनका नामांक भी वर्ष 2023 के साथ तालमेल बिठाते हुए 7 है। अंक ज्योतिष Dr Raahul Singh के अनुसार यदि हम मध्य प्रदेश में भाजपा की वापसी को देखें तो शिवराज सिंह चौहान का नंबर भी 7 है। उनका कहना है कि 2023 के बाकी बचे आने वाले दिनों में भी केतु ग्रह के प्रभाव में आने वाले चेहरे हमें कई नए सरप्राइज देंगे।