मसूरी: लाल बहादुर शास्त्री प्रशासनिक अकादमी मसूरी में उत्तराखंड सरकार के चिंतन शिविर के अंतिम दिन की शुरुआत योग शिविर से हुई. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की उपस्थिति में मुख्य सचिव एसएस संधू व तमाम वरिष्ठ अधिकारियों ने योग किया. अकादमी के कालिंदी ग्राउंड में योग शिविर का आयोजन किया गया. इस अवसर पर योग प्रशिक्षकों के द्वारा सभी को योग के विभिन्न आसन कराए गए. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सहित अधिकारियों ने योग के आसनों का अभ्यास किया.
मॉर्निंग वॉक के दौरान आईटीबीपी जवानों से मिले सीएम धामी
लाल बहादुर शास्त्री प्रशासनिक अकादमी में इन दिनों उत्तराखंड कैबिनेट का चिंतन शिविर चल रहा है. चिंतन शिविर के तीसरे दिन योग क्लास से पहले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आज सुबह लाल बहादुर शास्त्री प्रशासनिक अकादमी में मॉर्निंग वॉक करते हुए अकादमी गेट तक पहुंचे. सीएम धामी ने अकादमी गेट पर तैनात भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस के जवानों का हालचाल पूछा. इस दौरान रास्ते में मिले लोगों का भी सीएम धामी अभिवादन स्वीकार करते रहे. इसके बाद मुख्यमंत्री ने अकादमी परिसर में भी राउंड लगाया और यहां स्थापित पूर्व प्रधानमंत्री स्व. लाल बहादुर शास्त्री की प्रतिमा के पास पहुंचकर नमन किया.
मसूरी में चल रहा है उत्तराखंड सरकार का चिंतन शिविर
गौरतलब है कि इन दिनों मसूरी में उत्तराखंड सरकार का चिंतन शिविर चल रहा है. चिंतन शिविर में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड के समस्त पहलुओं को ध्यान में रखते हुए ये शिविर आयोजित किया जा रहा है. चिंतन शिविर के दौरान उत्तराखंड के विकास के लिये आने वाले 5 से 10 सालों को लेकर रोड मैप बनाया जायेगा. चिंतन शिविर में प्रदेश को आर्थिक रूप से मजबूत करने, जीडीपी को बढ़ाने और लोगों के जीवन स्तर को और बेहतर करने संबंधित विषय पर चर्चा की जा रही है.
चिंतन शिविर में पहुंचे धन सिंह और गणेश जोशी
मसूरी में आयोजित चिंतन शिविर के तीसरे दिन कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, धन सिंह रावत, चंदन रामदास और सुबोध उनियाल मसूरी पहुंचे. मीडिया से बातचीत करते हुए धन सिंह रावत ने कहा कि उत्तराखंड के 25 साल पूरे होने पर उत्तराखंड को देश के अग्रणी राज्य में शामिल किए जाने को लेकर लगातार काम किया जा रहा है. वहीं प्रदेश के विकास के लिए सुलभ योजनाओं के तहत काम किया जाएगा, जिससे कि प्रदेश की जनता को इसका लाभ मिल सके और पहाड़ी क्षेत्रों का भी विकास हो सके. मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि चिंतन शिविर से जरूर अमृत निकलेगा और उसका लाभ प्रदेश के विकास और जनता को मिलेगा. उन्होंने कहा कि योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए फंडिंग मैकेनिज्म भी तैयार करना है, उस पर भी विचार विमर्श किया जा रहा है.