गवाह का भी कत्ल, हत्यारे फरार, गैंगस्टर का लिंक… आखिर क्या था गोगामेड़ी के कातिलों का असली मोटिव? देखें Video

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जयपुर : जयपुर में जिस तरह से श्री राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष को गोली मारकर मौत की नींद सुला दिया गया, वो तरीका अपने आप में हैरान करने वाला है. हत्या की इस वारदात को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं. क्योंकि इस सिलसिले में अब तक पुलिस का जो भी खुलासा है, वो किसी के भी गले नहीं उतर रहा है. इसकी वजह ये है कि जिस शख्स पर हत्या की साजिश रचने का इल्जाम पुलिस ने लगाया है, वो तो खुद भी मारा गया. और जिन्होंने हत्या की वो फरार हैं तो असली बात पुलिस को किसने बताई?

फुलप्रूफ थी हत्या की प्लानिंग
करणी सेना के लीडर सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के साथ-साथ वहां मौजूद नवीन शेखावत को जिस तरह से गोली मारी गई, उसने एक ही झटके में कई सवाल पैदा कर दिए. प्रारंभिक जांच में ये तो साफ हो गया कि सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के कत्ल की प्लानिंग फुलप्रूफ थी. इसके लिए पहले गाड़ी ली गई, फिर हमलावर मौके पर पहुंचे और इसके बाद सुखदेव का काम तमाम कर दिया. फिर भी कत्ल की इस कहानी में कई पेच हैं.

मंगलवार, 5 दिसंबर 2023, दोपहर 1 बजकर 21 मिनट
श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी कुछ लोगों के साथ अपने दफ्तर में बैठे हुए थे. सीसीटीवी की तस्वीरों को देखकर साफ था कि वहां कोई भी गर्मागर्मी या गुस्से वाली बात नहीं थी. कमरे में सामने की तरफ सुखदेव गोगामेड़ी बैठे हैं और मोबाइल देख रहे हैं. साथ ही बात कर रहे हैं. उनके सीधे हाथ की तरफ एक शख्स खड़ा है. गोगामेड़ी के उलटे हाथ की तरफ एक शख्स बैठा है, जो नवीन शेखावत बताया जा रहा है. नवीन और सुखदेव के बीच बातचीत चल रही है. नवीन ने इस दौरान सुखदेव को अपना फोन दिखाता है. दो लोग गोगामेड़ी के ठीक सामने बैठे हैं.

ताबड़तोड़ फायरिंग
लेकिन तभी अचानक गोगामेड़ी के ठीक सामने सोफे पर बैठे दो लड़के उठते हैं और अपने पास मौजूद हथियारों से फायरिंग शुरू कर देते हैं. पहला हमलावर पहली गोली सामने बैठे गोगामेड़ी को निशाना बना कर ही चलाता है और ये गोली सीधे गोगामेड़ी के सीने में लगती है. इसके बाद तो चंद सेकेंड्स के अंदर उस छोटे से कमरे में दोनों मिल कर ऐसी ताबड़तोड़ फायरिंग करते हैं कि कमरे में मौजूद किसी को संभलने का मौका ही नहीं मिलता.

जाते-जाते गोगामेड़ी के सिर में मारी थी गोली
हमलावर गोगामेड़ी के अलावा वहां मौजूद बाकी लोगों पर भी गोलियां चलाने लगते हैं. और गोलियों के हमले से बचने के लिए वहां मौजूद लोग इधर-उधर भागने की कोशिश करते हैं, लेकिन गोगामेड़ी बच नहीं पाते और वो दो सोफों के बीच औंधे मुंह गिर जाते हैं, लेकिन हमलावर जाते-जाते बिल्कुल करीब से उनके सिर पर एक और गोली मारते हैं और फिर फरार हो जाते हैं.

ऐसे मारा गया नवीन
जैसा कि हमने आपको बताया कि ये वारदात पूरी वारदात कैमरे में कैद है. सीसीटीवी फुटेज में डबल क्रॉस फायरिंग की एक भयंकर कहानी भी छुपी है. असल में गोगामेड़ी के पास सोफे पर बैठकर उनसे बात कर रहे शख्स का नाम नवीन शेखावात है, जो कातिलों को गोगामेड़ी के घर तक लेकर आया था, लेकिन कातिलों ने गोगामेड़ी को गोलियों का निशाना बनाने के साथ-साथ उस नवीन शेखावत को भी टार्गेट किया और इस तरह साजिश में शामिल एक संदिग्ध कातिल नवीन शेखावत की मौत हो गई.

हत्या के पीछे गैंगस्टर रोहित गोदारा
शुरुआती छानबीन के मुताबिक दोनों हमलावरों ने बाहर आने के बाद भागने के लिए कार लूटने की कोशिश की, लेकिन नाकाम रहने पर एक महिला की स्कूटी छीनकर फरार हो गए. कत्ल की इस साजिश पर लोग अभी कयास लगा ही रहे थे, तब तक राजस्थान के गैंगस्टर रोहित गोदारा ने सोशल मीडिया में एक पोस्ट लिख कर गोगामेड़ी की हत्या की जिम्मेदारी ले ली. गोदारा गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का खास आदमी माना जाता है. उसने लिखा कि गोगामेड़ी उसके दुश्मनों से मिला हुआ, जिसका बदला उसने उसकी हत्या करवा कर लिया है.

गैंगवार मानकर चल रही है पुलिस
पोस्ट में गोदारा ने गोल्डी बराड़ के नाम को भी जिम्मेदारी लेने वालों में शामिल किया. वैसे गोदारा के अलावा संपत नेहरा समेत और भी कई गैंगस्टर जांच के दायरे में हैं. गोगामेड़ी ने फिल्म पद्मावत के साथ-साथ गैंगस्टर आनंदपाल के एनकाउंटर के खिलाफ प्रदर्शन करके लोगों को ध्यान खींचा था. आनंदपाल पहले लॉरेंस का करीबी था और बाद में उसके खिलाफ हो गया था. कत्ल की पूरी साजिश का खुलासा होने में तो अभी वक्त लगेगा, लेकिन क़त्ल के तरीके और सामने आ रही जानकारियों को देख कर फिलहाल पुलिस इस मामले को गैंगवार ही मान कर चल रही है.

पुलिस ने किस आधार पर नवीन को बताया प्लानर?
अब सुखदेव सिंह गोगामेड़ी पर फायरिंग करने वाले दोनों हमलावर फरार हैं. हमलावरों को साथ में लाने वाला नवीन शेखावत मारा गया. तो सवाल है कि तब पुलिस ने किस आधार पर कहा कि कत्ल की प्लानिंग नवीन ने की?

क्या था हत्या का मोटिव?
नवीन शेखावत तो इस घटना में बचा ही नहीं. जबकि दोनों हमलावर अभी पकड़े ही नहीं गए तो ऐसे में आरोपियों का क्या मोटिव था? ये अभी तक साफ नहीं है. अगर नवीन का मकसद गोगामेड़ी को मारना था तो वो या तो खुद मारता या मरवाता, लेकिन हालात ऐसे बन गए कि वो खुद ही मारा गया.

नवीन को लेकर उठ रहे कई सवाल
ये कयास लगाया जा रहा है कि नवीन शेखावत जानता था कि उसके साथ गोगामेड़ी के घर पहुंचे दोनों आरोपी सुखदेव को मारने आए हैं, मगर वो शायद ये नहीं जानता था कि इस शूटआउट में उसे भी मार दिया जाएगा. या फिर ऐसा हो सकता है कि नवीन को इस बात की भनक ही नहीं थी कि आरोपियों के पास हथियार हैं और वो गोगा को मारने आए हैं. अब यहां से एक सवाल खड़ा होता है कि-

गोगामेड़ी को आरोपी नवीन कैसे जानता था?
क्यों उसकी गोगामेड़ी से दुश्मनी हो गई थी?
इस केस में रोहित गोदारा का क्या रोल है

20 सेकंड और 17 राउंड फायर
इस पूरी वारदात की सीसीटीवी फुटेज से ये साफ हुआ कि ये सब कुछ अचानक ही हुआ. कुछ ही सैंकडों में सामने बैठे दोनों आरोपियों ने ताबड़तोड़ गोलियां चलानी शुरू कर दी. 20 सेकंड में 17 राउंड फायर किए गए. सबसे पहले सुखदेव सिंह गोगामेड़ी को गोली मारी गई. साथ-साथ नवीन पर गोलियां चलाई गईं और सुरक्षा कर्मी पर भी फायर किया गया. सुरक्षाकर्मी गोली लगने के बाद ढेर हो गया, जबकि नवीन आखिरी सांस तक जूझता रहा.

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