आगरा: एसीपी हरीपवर्वत की कोर्ट में गुरुवार आरोपितों की जमानत देने आए छह जमानतदार फर्जी निकले।एसीपी के सवाल-जवाब में जमानतदारों की पोल खुलने पर पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।पूछताछ में पता चला कि कोर्ट के बाहर आधार कार्ड लेकर किराए के जमानती घूमते हैं।जिनके पास जमानती नहीं होते, उन्हें 500 रुपये लेकर जमानत देते हैं। आरोपितों के विरुद्ध रकाबगंज थाने में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया है।
जमानत के खेल में कसा है शिकंजा
दीवानी में कई गंभीर अपराधों में फर्जी जमानतदारों का पूर्व में पर्दाफाश हुआ था। फर्जी जमानतदारों के खेल में अधिवक्ताओं पर भी शिकंका कसा गया था। पुलिस ने मुकदमे भी दर्ज कराए थे। जमानतियों का सत्यापन थाने तक नहीं पहुंचता था। फर्जी मुहर लगाकर जमानत के प्रपत्र न्यायालय में पेश कर दिए थे। कमिश्नरेट बनने के बाद शांति भंग के मामले एसीपी कोर्ट में पेश होते हैं। आरोपितों को यहां से जमानत मिलती है।
शांतिभंग के चालान में आए थे
गुरुवार कोतवाली थाने से गिर्राज उसका पुत्र विकास और शिवम को पुलिस ने शांति भंग कर में चालान करके एसीपी मयंक तिवारी की काेर्ट में पेश किया था। एसीपी ने बताया वह प्रत्येक जमानती से आरोपित का संबंध जरूर पूछते हैं। उसकी गारंटी पर आरोपित को छोड़ा जा रहा है। आरोपित कोइ घटना करता है तो इसकी जिम्मेदारी जमानतदार की होगी।
आरोपित की नहीं दे सके जानकारी
गुरुवार को जमानती उनके सामने आए तो आरोपितों के नाम-पते पूछे। इस पर जमानती कोई जवाब नहीं दे सका, वह सकपका गया।वहां से भागने का प्रयास करने लगे। पुलिस ने सभी छह आरोपितों को दबोचे लिया, पूछताछ करने पर बताया कि वह 500-500 रुपये लेकर जमानत देने आए थे। एसीपी ने बताया गिरफ्तार आरोपितों के नाम कोमल सिंह निवासी पुरा गोवर्धन खंदौली, जितेंद्र, रमेश चंद्र निवासी एत्माद्दौला और फतेहाबाद के रहने वाले जय कुमार मनोज कुमार व अनेक सिंह हैं।