रांची: झारखंड से कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज साहू के ठिकानों पर छापेमारी में अब तक 351 करोड़ रुपए कैश बरामद हो चुका है. नोटों के इतने बंडल मिलने के बाद आयकर विभाग को अब भी शक है कि धीरज साहू ने इससे कई गुना बड़ा खजाना छिपा रखा है. इसलिए अब आयकर विभाग की टीम धीरज साहू के रांची के रेडियम रोड में स्थित घर की जमीन खोदने की तैयारी कर रही है.
छापेमारी कर रही टीम ने राज्यसभा सांसद के घर की जांच शुरू कर दी है. IT टीम जियो सर्विलांस सिस्टम मशीन के जरिए घर की जमीन की तलाशी कर रही है. मशीन के जरिए जांच कर जमीन में मिट्टी के अंदर छिपे आभूषण और दूसरे सामानों की तलाश की जा रही है. आयकर विभाग की टीम धीरज को साहू पर ऐसे ही शक नहीं है. दरअसल, छापेमारी के दौरान मिली अकूत संपत्ति के सामने आने के बाद टीम की उम्मीदें बढ़ गई हैं. उन्हें लगता है कि धीरज साहू के घर की जमीन के नीचे भी खजाना छिपा हो सकता है.
इनकम टैक्स अधिकारी पहुंचे लोहरदगा
धीरज साहू के लोहरदगा स्थित आवास में तीन गाड़ियों में 12 इनकम टैक्स ऑफिसर आज जांच के लिए आए हैं. जिओ सर्विलांस मशीन भी लेकर आए हैं. आईटी की टीम अपने साथ परिवार के तीन सदस्यों को लेकर आई है. वहीं, सीआईएसएफ के जवान सुरक्षा में तैनात हैं.
टेबल पर नोटों की गड्डियां ही गड्डियां
आयकर विभाग के अधिकारी यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या क्या जमीन के नीचे आभूषण, गहने या कोई और धातु की चीजें तो नहीं छिपी हुई हैं. बता दें कि आयकर विभाग की टीम ने सांसद धीरज प्रसाद साहू के रांची और दूसरे ठिकानों में छापेमारी की. जब आईटी विभाग की टीमें धीरज साहू के यहां छापेमारी कर रही थी तो वहां से कई हैरान करने वाली तस्वीरें सामने आई थीं. इन तस्वीरों में टेबल पर चारों तरफ गड्डियां ही गड्डियां नजर आ रही थीं. कैश की मात्रा इतनी ज्यादा थी कि नोट गिनने वाली मशीनें तक खराब हो गई थीं.
80 टीमों ने दिन रात किया काम
दरअसल, आयकर विभाग की टीम ने बौध डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड और उसके प्रमोटरों के खिलाफ टैक्स चोरी के मामले में छापेमारी 6 दिसंबर को शुरू की थी. इस एक्शन को अंजाम देने के लिए आयकर विभाग और कई बैंकों के लगभग 80 लोगों की नौ टीमें बनाई गई थीं, जो 24×7 काम कर रही थीं. सुरक्षा कर्मियों, ड्राइवरों और अन्य कर्मचारियों सहित 200 अधिकारियों की एक और टीम तब शामिल हुई जब कर अधिकारियों को कुछ अन्य स्थानों के अलावा नकदी से भरी 10 अलमारियां मिलीं थीं. आयकर विभाग के अधिकारियों ने कुल 176 बैग में नकदी को रखा था. इन बैग में रखे कैश की गिनती शुरू की गई थी. रविवार देर शाम भारतीय स्टेट बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक भगत बेहरा ने बताया था कि उन्हें गिनती के लिए 176 बैग में नकदी मिली थी.
कांग्रेस ने बना ली थी मामले से दूरी
बता दें कि कथित तौर पर धीरज साहू का परिवार एक प्रमुख शराब निर्माण कारोबार में शामिल है और वो ओडिशा में ऐसी कई फैक्ट्रियों का मालिक है. इस बीच, भारी मात्रा में कैश बरामद होने के बाद कांग्रेस ने धीरज साहू से दूरी बना ली है. पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने कहा था कि सांसद धीरज साहू के बिजनेस से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का कोई लेना-देना नहीं है. सिर्फ वही बता सकते हैं और उन्हें यह स्पष्ट करना भी चाहिए कि कैसे आयकर अधिकारियों द्वारा कथित तौर पर उनके ठिकानों से इतनी बड़ी मात्रा में कैश बरामद किया जा रहा है.