नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली में मंगलवार को काफी राजनीतिक चहल पहल देखने को मिली। विपक्षी दलों के गठबंधन I.N.D.I.A की चौथी बैठक मंगलवार को आयोजित की गई जिसमें कई बड़े मुद्दे पर चर्चा की गई है और प्रस्ताव पास किए गए हैं। बैठक में विपक्षी दलों ने EVM के खिलाफ भी प्रस्ताव पास किया है और चुनाव आयोग से बैलट पेपर के लिए गुहार लगाई है। आइए जानते हैं इस प्रस्ताव के बारे में विस्तार से।
क्या है प्रस्ताव में?
विपक्षी दलों की ओर से पास किए गए प्रस्ताव में कहा गया है कि I.N.D.I.A के दलों ने चुनाव आयोग को EVM के डिजाइन और संचालन पर कई सवालों के साथ विस्तृत ज्ञापन सौंपा है। हालांकि, आयोग अब तक इस ज्ञापन का संज्ञान लेने या विपक्ष के प्रतिनिधिमंडल से मिलने के लिए अनिच्छुक रहा है। इसके साथ ही प्रस्ताव में बैलट पेपर पर भी बड़ी मांग की गई है।
बैलेट पेपर की वापसी की मांग
विपक्षी गठबंधन के प्रस्ताव में कहा गया है कि EVM की कार्यप्रणाली की सत्यनिष्ठा पर कई संदेह हैं। इन्हें कई विशेषज्ञों और पेशेवरों ने भी उठाया है। इस कारण बैलट पेपर की मांग की जा रही है। यदि हम बैलेट पेपर के माध्यम से वोटिंग में लौटेंगे तो हमें बहुत खुशी होगी। प्रस्ताव में कहा गया है कि यदि चुनाव आयोग को कोई आपत्ति है, तो 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए हाइब्रिड बैलेट पेपर-ईवीएम प्रणाली का इस्तेमाल भी किया जा सकता है।
क्या है हाइब्रिड बैलेट पेपर-ईवीएम प्रणाली?
I.N.D.I.A के प्रस्ताव में कहा गया है कि वीवीपैट पर्ची को बॉक्स में गिराने के बजाय, मतदाता को सौंप दिया जाना चाहिए, जो अपनी पसंद का सत्यापन करने के बाद इसे एक अलग मतपेटी में रख देगा। इसके बाद वीवीपैट पर्चियों की शत-प्रतिशत गणना की जानी चाहिए। इससे स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव में लोगों का पूरा विश्वास बहाल होगा।