मुंबई: महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी खिलाफ उद्धव ठाकरे की शिवसेना ने अंतिम मोर्चा खोल दिया है. ठाकरे ने राज्यपाल से दो दिन के अंदर खुद ही इस्तीफा देने की मांग की है. चेतावनी दी है कि ऐसा नहीं किया तो महाराष्ट्र बंद किया जाएगा. उन्होंने कहा कि इस बंद के दौरान कहीं कोई दंगा फसाद तो नहीं होगा, लेकिन इसका असर दूर तक होगा. उद्धव ठाकरे ने राज्यपाल के लिए ‘पार्सल’ शब्द का इस्तेमाल किया. कहा कि ‘ये जो पार्सल आया था एमाजॉन से, वो चला जाए तो अच्छा है वरना भेज दिया जाएगा.’ उद्धव ठाकरे ने कहा कि वह इसके दो दिन इंतजार करेंगे. इसके बाद महाराष्ट्र में महाविरोध किया जाएगा. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के लोग किसी हाल में छत्रपति शिवाजी महाराज का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे. ठाकरे राज्यपाल के खिलाफ बोलते समय यहीं नहीं रुके, उन्होंने कहा कि राज्यपाल अब बूढ़े हो गए हैं. इन्हें राजभवन में नहीं, वृद्धाश्रम में रहना चाहिए. इसी के साथ उद्धव ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर भी जोरदार हमला किया. कहा कि उन्हें यही नहीं समझ में आ रहा है कि महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री कौन है, कोई है भी या नहीं. उन्होंने कहा कि दिल्ली के सहारे जो सरकार चला रहे हैं, वह कहा राज्यपाल के खिलाफ कुछ बोल पाएंगे.
शिवाजी पर टिप्पणी को लेकर मचा है हंगामा
पिछले दिनों एक कार्यक्रम के दौरान महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने एक संदर्भ में छत्रपति शिवाजी का जिक्र किया था. उन्हें पुराने जमाने का बताया था. इस बयान पर उसी सभा में विरोध हुआ और देखते ही देखते इस मामले को उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने लपक लिया. इस बयान के विरोध में महाराष्ट्र में जगह विरोध प्रदर्शन और का आयोजन हो रहा है. अब खुद उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र में बंद का आह्वान किया है. उन्होंने यह बंद दो दिन बाद के लिए बताया है. कहा कि इन दो दिनों में राज्यपाल को इस्तीफा देकर महाराष्ट्र से चले जाने का इंतजार करेंगे.
राज्यपाल को हटाने के लिए सौंपा ज्ञापन
केवल मुंबई ही नहीं, पूरे महाराष्ट्र में राज्यपाल के इस बयान को लेकर उबाल का माहौल है. उद्धव ठाकरे की शिवसेना से जुड़े कई संगठन लगातार कहीं मोटर साइकिल रैली तो कहीं जुलूश निकालकर प्रदर्शन कर रहे हैं. इसी क्रम में लातूर में पार्टी कार्यकर्ताओं ने बाइक रैली निकाली और भारत की राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा. इसमें शिवसैनिकों ने राज्यपाल को तुरंत वापस बुलाने की मांग की.
शिंदे ने भी किया जवाबी हमला
उधर, उद्धव ठाकरे के बयान के बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भी जवाबी हमला किया है. उन्होंने कहा कि जो लोग बाला साहेब ठाकरे के आदर्शों को भूल गए, कम से कम वह तो हमें सीख ना दें. खासतौर पर छत्रपति जी महाराज के मामले में उन्हें उद्धव ठाकरे से सीखने की जरूरत नहीं है. मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि अब उन्हें नकार दिया गया है. इसलिए वह हताशा में हैं.