देवरिया: उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में एक अजब-गजब का मामला सामने आया है, जिसमें अस्पताल से घर के लिए निकली महिला की मौत की सूचना पर घर में मातम फैल गया. परिजन आनन-फानन में महिला की अंतिम संस्कार की तैयारी करने में जुट गए. अंतिम संस्कार के लिए घर पर तैयारियां होने लगीं और लोग भी जुटने लगे पर अस्पताल से दोबारा आए एक फोन कॉल ने सब कुछ बदल दिया.
गौरतलब है कि थाना महुवाडीह क्षेत्र के ग्राम बेलवा बाजार के रहने वाले कन्हैया की पत्नी मीना देवी (उम्र 55 वर्ष)को सांस की गंभीर बीमारी है. सोमवार को मीना की अचानक तवियत बिगड़ने लगी तो घर वालों ने नजदीकी सरकारी अस्पताल लेकर गए. जहां डॉक्टरों ने जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया. वहीं जिला अस्पताल से डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार करते हुए गोरखपुर बीआरडी मेडिकल कालेज के लिए रेफर कर दिया, जहां पर वह आईसीयू में भर्ती थी. शुक्रवार की सुबह डाक्टरों ने महिला के बेटे से यह कहकर अस्पताल से छुट्टी कर दी कि इन्हें घर ले जाइए और घर पर ही इनकी सेवा कीजिये. महिला का बेटा टिंकू मद्देशिया प्राइवेट एम्बुलेंस में लेकर गांव के लिए जैसे ही निकला तो उसे यह एहसास हुआ कि उसकी माँ की सांस थम गई है और वह अब इस दुनिया में नही रही. टिंकू ने घर वालो को फोन पर यह बता दिया की मां की मृत्यु हो गयी है. वह उन्हें लेकर घर के लिए निकल पड़ा है.
महिला की मौत की खबर सुनकर घर मे शोक का माहौल हो गया. परिजन रोने लगे और अंतिम संस्कार के लिए जरूरत की चीजें इकट्ठा करने लगे. अभी इधर तैयारी चल ही रही थी कि बेटे टिंकू ने दोबारा फोन कर यह कहा कि मां की सांस चल रही है. लग रहा है कि जीवित है. इस समय वह चौरी-चौरा तहसील के करीब पहुंच गया था. उसके बाद एक प्राइवेट अस्पताल में मां की जांच कराया और स्थिति सही होने पर घर लौटा. जहां परिजन महिला को सही सलामत देख प्रसन्न हुए. इस सम्बन्ध में ग्राम प्रधान मनोज कुमार ने भी बताया कि इस तरह का घटनाक्रम था, अब महिला सही है. महुवाडीह थाना प्रभारी डाक्टर महेंद्र कुमार ने बताया कि बेलवा बाजार के ग्राम प्रधान से इस सबंध में जानकारी की गई थी और महिला बीमार चल रही थी. रास्ते मे बेटे ने मृत्यु की खबर घरवालों को दी और इधर अंतिम संस्कार की तैयारी होने लगी बाद में ठीक होने की बात सामने आई थी. अब महिला ठीक है और अपने घर पर है.